रायपुर।प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की मीटिंग में गुरुवार को सरकार में कार्यकर्ताओं का काम नहीं होने, कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं होने व कार्यकर्ताओं की नाराजगी का मुद्दा उठा। प्रदेश पदाधिकारियों ने जब सत्ता और संगठन में तालमेल को लेकर सवाल उठाए तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिफर गए। उन्होंने संगठन की कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठा कर सबको चौंका दिया। मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी नाराजगी जताई की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक की उनको जानकारी नहीं दी जाती। जबकि वह विधायक दल के मुखिया हैं।
दो बैठक में बिना उनको सूचना दिए बुला ली गई। प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया और प्रभारी सचिव चंदन यादव की मौजूदगी में करीब 2 महीने बाद कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक गुरुवार को दोपहर 12:00 से 2:30 के बीच हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ,पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ,कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल समेत प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष के पदाधिकारी मौजूद थे।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में पदाधिकारियों ने सप्ताह संगठन के के बीच तालमेल नहीं होने तथा कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर प्रदेश प्रभारी से शिकायत उठी। पीएल पुनिया के सामने ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री का मुद्दा भी उठा और पूछा गया कि मीडिया में यह सवाल लगातार उठ रहे हैं। जिस पर पीएल पुनिया ने इसे दिल्ली का मुद्दा बताते हुए इस बैठक में चर्चा नहीं करने की नसीहत दी।