रायपुर। 17 प्रतिशत लम्बित महंगाई भत्ता के लिए छत्तीसगढ़ के सर्व कर्मचारी संघ के आंदोलन का दायरा अब बढ़ता ही जा रहा है। इसे अब राज्य शिक्षक संघ ने भी समर्थन दिया है। संघ के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह ने सीजीवाल को बताया कि कर्मचारियों की आय निश्चित है। बढ़ती हुई मॅहगाई की वजह से कर्मचारियों का मासिक बजट बिगड़ गया है। इस फार्मूले को राज्य सरकार भी समझ रही है।पर डीए देने में आनाकानी कर रही है। मजबूरी में हमे हक के लिए संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ रहा है। इस लिये सभी कर्मचारी इसमे आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें नही तो ठगे जाएंगे।
शिक्षक नेता नरेंद्र में बातया कि केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को मॅहगाई से राहत देने के लिए सात बार डीए बढाया है लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने सिर्फ दो ही किस्तें दीं है। इसलिए सर्व कर्मचारी संघ का आंदोलन समय की सबसे उचित मांग है। आंदोलन के लिये शिक्षकों सहित सभी संगठनों को साथ आना होगा जब तक अलग अलग सोच कर्मचारियों की रहेगी तब तक सरकारें हमारा फायदा उठाती रहेगी इसलिये एक जुट होकर लड़ना समय की आवश्यकता है ।
नरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि हमने 29 मार्च को इस सरकार को गुलदस्ता भी दिया अब आंदोलन का भी समर्थन करते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार संवेदनशील शीलता दिखाए और क़िस्त क़िस्त में मंहगाई भत्ता देने की परंपरा बन्द करके सभी लम्बित 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता तत्काल प्रदान करे। 11 से 13 अप्रेल तक महंगाई भत्ता के लिए हो रहे आंदोलन के लिये प्रांतीय सचिव के के साहू, महासचिव प्रमोद झा, उपाध्यक्ष पूर्णिमा सेठ, अनुसूइया नागरची, अरुण वर्मा , गायत्री, साहू, उर्मिला साहू, कैलास सहित सभी पदाधिकारियों ने शिक्षकों से अवकाश लेकर आंदोलन में शामिल होने के लिये सम्पर्क किया है।