रामनुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी) बारिश के मौसम और इसके बाद अपना कुनबा बढ़ाकर मच्छर हर सीजन में अपने प्रभाव से चिकित्सा महकमे में हड़कंप मचाते हैं। इनमें डेंगू व मलेरिया का नाम सबसे ऊपर है जो आमजन को जरा सी चूक होने पर मौत के आगोश तक खींच कर ले जाते हैं। इस सबको ध्यान में रखते हुए चिकित्सा विभाग हाई रिस्क एरिया में मच्छरों के खात्मे के लिए डीडीटी,एमएलओ आदि का छिड़काव करता है, लेकिन अब मच्छरों की संख्या बढ़ने लगी है फिर भी छिड़काव अभी तक शुरू नहीं किया गया है। क्षेत्र में हर बारिश के सीजन में डेंगू और मलेरिया के मरीजों के कारण चिकित्सा विभाग को खासी मशक्कत करनी होती है। शहरी इलाकों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में मच्छरों के कारण फैलने वाली बीमारियों के पीछे सबसे बड़ा जो कारण निकल कर सामने आता है, वह लोगों में इसके प्रति जागरूकता का अभाव होना है।
दिन में काटता है डेंगू का मच्छर
डेंगू एक विषाणु से होने वाली बीमारी है जो एडीज एजिप्टी नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फैलती है। यह मच्छर दिनों में बहुतायत में पाया जाता है। जो प्राय: घरों के आसपास एकत्र खुले व साफ पानी में अंडे देता है। डेंगू फैलाने वाला मच्छर अक्सर दिन में ही काटता है। इसके शरीर पर सफेद व काली पट्टी होती है। इस कारण इसे टाइगर मच्छर भी कहते हैं।
ये हैं डेंगू के लक्षण
डेंगू के शुरुआती लक्षण तेज बुखार के साथ शरीर में दर्द, उल्टी, आंखों को चलाने में परेशानी, सिरदर्द, घबराहट, चक्कर आना आदि है। इसके लिए तुरंत चिकित्सकीय परामर्श से खून व डेंगू की जांच कराकर उचित उपचार लें।
संबंधित विभागों से लेता हूं जानकारी
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गौतम सिंह उक्त संबंध में कहा कि संबंधित विभागों से जानकारी एकत्रित करें मच्छरों के प्रकोप से बचाने के लिए तत्काल पहल की जाएगी।
लापरवाह सीएमओ ने नहीं उठाया फोन
रामानुजगंज नगर पंचायत के मुख्य नगरपालिका अधिकारी दीपक एक्का को उक्त संबंध में उनकी राय जानने के लिए कि नगर पंचायत क्षेत्र के कुल 15 वार्डो में मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के संबंध में आपके द्वारा क्या समुचित कार्रवाई की जा रहे हैं लेकिन उन्होंने ना तो फोन रिसीव किया और ना ही काल ही बैक किया गया।