मुंगेली। जिला पंचायत सदस्य और सीईओ का मामला तूल पकड़ने लगा है। एक और जहां जिले के अधिकारी कर्मचारियों ने घटना की निंदा करते हुए शनिवार से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है तो वहीं दूसरी तरफ जिला पंचायत के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर सीईओ पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। गौरतलब है कि गुरुवार को जिला पंचायत परिसर में जिला पंचायत की महिला सदस्य 15 वे वित्त के कार्यों की स्वीकृति को लेकर जिला पंचायत कार्यालय पहुंची थी। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ आईएएस रोहित व्यास से से निर्माण कार्य स्वीकृत नहीं होने की बात को लेकर उनका विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया कि महिला नेत्री ने सीईओ को मारने के लिए चप्पल तक उठा ली। मामले में अब दोनों पक्षों की ओर से कार्रवाई की मांग की जा रही है। जिला पंचायत पदाधिकारियों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर सीईओ पर मानसिक और सामाजिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। मुख्यमंत्री को दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि आमजन की समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सीईओ का रवैया उदासीन रहता है। 2020-21 की 15 वे वित्त की राशि को जिला पंचायत की सभा से 30 जून 2021 को अनुमोदन होने के बाद प्रशासकीय स्वीकृति दी जा चुकी है। लेकिन जिला पंचायत सीईओ ने कार्यों की स्वीकृति प्रदान नहीं की। सीईओ से लगातार निवेदन के बाद भी उनका व्यवहार सदस्य के प्रति अभद्रता पूर्वक रहा है। मामले को लेकर जिला पंचायत के पदाधिकारी और जिला पंचायत की सदस्य सामाजिक आंदोलन की तैयारी में है।
घटना से भड़के आईएएस एसोसिएशन ने शुक्रवार को चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन से मुलाकात की। एसोसिएशन ने मुख्य सचिव को बताया कि रोहित व्यास अच्छे अधिकारी हैं। उनके साथ इस तरह की घटना से बेहद दुखी हैं। अफसरों ने चीफ सेक्रेटरी को बताया कि छत्तीसगढ़ में कार्यकर्ता के साथ दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं उन्हें संरक्षण मिलना चाहिए इस पर मुख्य सचिव ने एसोसिएशन को आश्वस्त किया कि इस मामले में यथोचित कार्रवाई की जाएगी। उधर मंत्रालय में लंच आवर में आईएएस एसोसिएशन की बैठक हुई इसमें सभी पदाधिकारियों ने माना कि इस घटना से छत्तीसगढ़ के आईएएस अधिकारियों का मॉडल डाउन हो ऐसे में उनका काम करना मुश्किल हो जाएगा। प्रतिनिधिमंडल ने आईएएस एसोसिएशन के प्रेसिडेंट मनोज पिंगुआ, सेक्रेटरी आर प्रसन्ना और कार्यकारिणी सदस्य रीना बाबा कंगाली समेत अन्य पदाधिकारी शामिल थे।