निकाय मंत्री ने दिया सिवरेज में उच्चस्तरीय जांच का आदेश

बिलासपुर—नगर विधायक शैलेष पांडेय नगरीय ने प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया से मुलाकात किया। इस पाण्डेय ने दौरान सीवरेज परियोजना के असफल होने के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।विधायक शैलेष पाण्डेय की शिकायत पर नाराज मंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिया है।
चर्चा के दौरान निकाय म्ंत्री को नगर विधायक शैलेष पांडेय ने बताया कि राज्य शासन के आदेश पर बिलासपुर में 2008 में सीवरेज परियोजना की शुरुआत हुई। इसका दर्द बिलासपुर वासी आज भुगत रहे हैं। प्रारम्भ में परियोजना की लागत करीब 211 करोड रुपए थी। वर्तमान में 423 करोड रुपए की हो गई है। परियोजना में प्रारंभ से ही भ्रष्टाचार किया गया। ड्राइंग डिजाइन में भी ढेरों कमियां है । रे शहर में मात्र 6 इंच की पाइप लाइन बिछाई गयी है। जिससे पानी का निकासी संभव नहीं है। पूर्व में लगभग 60 प्रतिशत कार्य होने तक पाइप लाइन की फीलिंग में मिट्टी का प्रयोग किया गया। बात में रेत से फीलिंग का काम शुरू हुआ। यहां भी अमानक स्तर की रेत यानि मिट्टी मिली रेत का प्रयोग फिलिंग में किया गया। जिसके चलते सड़कें धसक रही हैं।
विधायक पाण्डेय ने मंत्री को बताया कि इस साल बारिश ज्यादा हुई है। जिसके चलते सड़कें धस रही हैं। इसी मुख्य वजय सिवरेज की फिलिंग में गुणवत्ताहीन रेत का प्रयोग किया जाना है। परियोजना में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। ठेका कंपनी काम बीच में छोड़कर भाग गई थी। अब दूसरी कंपनी को सुपरविजन का कार्य दिया गया है।
परियोजना के कारण बिलासपुर की सड़कों की स्थिति जर्जर होते चले जा रही है। कई बार निर्माण के बाद भी सड़कें धसक रहीं।
मुलाकात के बाद नगर विधायक शैलेष पांडेय ने बताया कि शिकायत को नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने गंभीरता से लिया है। परियोजना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश देते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया है।