दशहरा दीपावली की छुट्टी घोषित नहीं होने से छात्रावासी बच्चे अपने घर जाने को चिंतित हैं। छत्तीसगढ़ के इस महत्वपूर्ण त्यौहार को ठीक से नहीं मना पा रहे हैं। नवरात्रि का पर्व बालिकायें ज्यादा उत्साह से मनाती हैं पर छुट्टी की घोषणा नहीं होने से उनके त्योहार का मजा किरकिरा हो गया है। पालक कहीं भ्रमण में नहीं जा पा रहे हैं। यही वह समय होता है जब लंबी छुट्टी मिलती है तो पालक अपने बच्चों के साथ भ्रमण के लिए निकलते हैं और संस्कृति और परंपरा को स्थानों में जाकर जानकारी हासिल करते हैं। एजुकेशन न्यूज़ अपडेट के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े, यहां क्लिक करें
छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शर्मा प्रवक्ता जितेंद्र शुक्ला महामंत्री राजीव वर्मा ने बताया कि नवरात्रि का पर्व शक्ति की आराधना का पर्व है। ग्रामीण शहर सहित सभी जगह पर बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ देवी की आराधना की जाती है। इस पर्व के लिए शासन द्वारा प्रतिवर्ष महीनों पहले अवकाश घोषित कर देती है, परंतु यह पहला अवसर है जब पर्व ब्यतीत हुए 3 दिन हो गया है और छुट्टी की घोषणा नहीं की गई है। इस कारण इस महत्वपूर्ण त्यौहार में पालक अपने बच्चों को लेकर कहीं जा नहीं पा रहे हैं। पालक चिंतित हैं कि यदि बच्चों को लेकर चले गए तो उनकी पढ़ाई का नुकसान हो जाएगा।कुम्भकर्णी निद्रा में सोई शिक्षा विभाग के प्रति शिक्षकों में भी आक्रोश है की अवकाश कि घोषणा नहीं की गई है।
संघ के अभय मिश्रा, लखन लाल साहू, गोर्वधन झा, रामचन्द्र नामदेव, मोती चंद राय, व्ही एन वैष्णव, नरेन्द पर्वत, नीरज वर्मा, सजय चन्द्राकर, वेद राम पात्रे, प्रदीप शर्मा, रमाकांत पांडे, सुरेश चंद्र अवस्थी, अरुण साहू, राजेश पांडे, अनंत कुमार साहू, सुरेश अवस्थी, श्रीमती रेखा साहू, एन के श्रीवास, राघवेंद्र मिश्रा, रविशंकर सोनी, आर के देशमुख, के के शर्मा, सुश्री बसरुल खान हितेश देशमुख, गिरीश ताम्रकार, वानखेड़े सहित अन्य ने मांग की है कि शीघ्र ही अवकाश की घोषणा करे।