सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल का साइड इफेक्ट-ग्रामसभा और सरकार आमने-सामने,हिंदी मीडियम वाले टीचर-बच्चे गांव छोड़ने को मजबूर

Shri Mi
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रामानुजनगर-सुरजपुर जिले के भुवनेश्वरपुर में पुरानी बिल्डिंग पर नया अंग्रेजी स्कूल खोले जाने को लेकर ग्राम सभा और छत्तीसगढ़ शासन आमने सामने हो गये है। इस योजना से हिंदी माध्यम के शिक्षक और छात्र दोनों को ही गांव छोड़ने की नौबत आन पड़ी है । सूरजपुर जिले के पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में आने से ग्रामसभा को विशेष अधिकार मिलने से ग्राम सभा द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय(हिंदी माध्यम) भुवनेश्वरपुर को यथावत ही रहे का प्रस्ताव स्थानीय ग्रामसभा के साथ आसपास की ग्रामसभाओं ने भी प्रस्ताव पारित कर दिया …! वही छत्तीसगढ़ शासन उपसंचालक लोकशिक्षण संचालनालय रायपुर से जारी आदेश में कहा गया है कि स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी विद्यालय स्थित समस्त हाई/हायर सेकेंड्री शालाओं को बंद कर समस्त शैक्षणिक एवं अन्य स्टॉफ का अन्यत्र विद्यालयों में स्थानांतरण प्रस्ताव जिला कलेक्टर के अनुमोदन से तत्काल मांगा है।

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स्थानीय निवासी राजेश शर्मा ने प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि सबने स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी विद्यालय स्वगात किया था और CBSC माध्यम से पढ़ाई का ज्ञापन भी दिया था ताकि जो बच्चे दूर दराज के इलाकों में पढ़ रहे है वे गांव में ही रह कर पढ़ाई करे । पर शासन का निर्णय गांव के ही हिंदी माध्यम के स्कूली बच्चों को दूर करने वाला दिखाई दे रहा है । आज शिक्षको के ट्रांसफर के आदेश निकाले जा रहे है … कल हिंदी माध्यम के बच्चों को निकाला जायेगा ….। हिंदी माध्यम का स्कूल बंद होना छात्र-जन विरोधी फैसला है इससे वे भारी आक्रोशित है, हम शासन की इस नीति से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है।शासन और शिक्षा विभाग का यह फैसला छात्र और अभिभावकों को दुःखी तो किया ही साथ ही यह जनविरोधी, गैर कानूनी,पाँचवी अनुसूची के अधिकारों का बलात अतिक्रमण भी है।समाजसेवी राजेश शर्मा ने बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय(हिंदी माध्यम) भुवनेश्वरपुर यथावत ही रहे का प्रस्ताव स्थानीय ग्रामसभा के साथ आसपास की ग्रामसभाओं ने भी प्रस्ताव पारित कर दिया.स्थानीय जिलापंचायत सदस्य शशि सिंह ने शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह से चर्चा की तो उन्होंने स्कूल बंद होने,शिक्षकों के स्थानांतरण की बात से इंकार किया है ।

राजेश शर्मा बताते है कि प्रेमनगर क्षेत्र के स्थानीय विधायक खेलसाय सिंह की बहू एवं विधायक प्रतिनिधि तथा जिलापंचायत सदस्य उषा सिंह ने इस बावत विधायक,जिलापंचायत अध्यक्ष एवं कलेक्टर गौरव सिंह से चर्चा की है.स्थानीय विधायक ने भी शासनस्तर पर इस हेतु प्रयास कर विद्यालय को यथावत ही रखने पहल करने का भरोसा दिलाया।राजेश का कहना है कि स्कूल बंद न किये जाने को लेकर सूरजपुर कलेक्टर गौरव सिंह से बात की तो उनका कहना कि विद्यालय बंद होने और स्थानांतरण शासन स्तर का निर्णय है उसका समाधान शासन स्तर पर ही हो सकता है।

राजेश शर्मा ने बताया कि ग्राम सभा के निर्णय को जन समर्थन मिल रहा है। सूरजपुर जिला पंचायत अध्यक्ष ने किसी भी स्थिति में स्कूल न बंद होने का आश्वासन दिया है।जनपद सदस्य प्रमिला साहू एवं जगपति साहू, सरपंचगण हुलास सिंह , सीताबाई, अकिलचंद्र राजवाड़े,सांसद प्रतिनिधि रामकृष्ण साहू, ने संयुक्त बयान देकर कहा कि स्थानीय पांचवीं अनुसूची ग्रामसभाओं ने हिंदी माध्यम विद्यालय भुवनेश्वरपुर को यथावत ही रखने माह जनवरी में प्रस्ताव पारित कर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल एवं पाँचवी अनुसूची क्षेत्र की संरक्षक प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती अनुसुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,छ ग शासन के मुख्य सचिव,शिक्षा सचिव,जिला कलेक्टर,जिलाशिक्षाअधिकारी को द्वारा कलेक्टर एवं पंजीकृत डाक से आवेदन प्रेषित किया था

समाजसेवी राजेश शर्मा का कहना है कि अंग्रेजी स्कूल का यू डाइस कोड वही है। जून-जुलाई सत्र 2021 के लिए एक हजार बच्चों का प्रवेश लिया जा रहा है। हिंदी माध्यम के बच्चों का क्या होगा ..? हिंदी माध्यम के शिक्षको व अन्य कर्मचारियों के ट्रांसफर के लिए दिशा निर्देश जारी किए जा रहे है …! पूरे प्रदेश में पुराने डाइस कोड पर नया स्कूल स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम खोलना यह वर्तमान और भविष्य में छत्तीसगढ़ शिक्षा व्यवस्था के लिए भयावह संकेत है।स्वामी आत्मानन्द शासकीय अंग्रेजी उत्कृष्ट विद्यालय के एवज में हिंदी माध्यम विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भुवनेश्वरपुर को बंद करने का निर्णय छात्रहित ,अभिभावक,आमजनता के हितों के पूर्णतः विरुद्ध तो है ही तथैव यह फैसला ग्रामसभा,स्थानीय क्षेत्रवासियों के लोकहित,पाँचवी अनुसूची के प्रावधानों का भी बलात अतिक्रमण और हत्या है ।

ग्राम वासियो का कहना है कि यदि उक्त विद्यालय को छात्र,अभिभावक, जनहित में छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा विभाग द्वारा यथावत रखने का निर्णय तत्काल नहीं लिया जाता है तो स्थानीय आमजनता, छात्र, अभिभावक, क्षेत्र के समाजसेवियों एवम जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर व्यापक एवं उग्र आंदोलन किया जावेगा तथा इस बावत न्यायालय जाने का भी निर्णय लिया गया है।न्यायार्थ और लोक हितार्थ की लड़ाई हर स्तर पर लड़ी जावेगी।

मालूम हो कि प्रदेश में स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी विद्यालय का वही ( यू-डायस कोड) Unified District Information System For Education रहेगा जो हिंदी माध्यम का रहता था हिंदी माध्यम के स्कूल बंद करके उसी जगह पर अंग्रेजी माध्यम के स्कूल बनाये जा रहे है। शिक्षक और अन्य कर्मचारी कही संविदा में है तो कही प्रतिनियुक्ति में है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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