सूरजपुर। कलेक्टर ने लॉकडाउन विषयक चर्चा के लिए मीटिंग ली। मीटिंग में पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा, जिला पंचायत सीईओ राहुल देव, वनमण्डलाधिकारी श्री साहू, संयुक्त कलेक्टर श्री शिव कुमार बनर्जी, एसडीएम सूरजपुर पुष्पेंद्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. एस. सिंह, सूरजपुर नगरपालिका सीएमओ, सिविल सर्जन डाॅ. शशि तिर्की आदि उपस्थित रहे। मीटिंग के दौरान लॉकडाउन हटाया जाए या बढ़ाया जाए यदि हटाया जाए तो किस-किस प्रतिबंध के साथ आदि पर गहन चर्चा हुई। कलेक्टर ने सभी से रायशुमारी की। जिले की सीमा खोली जाय या पूर्ववत् सील रहनी ही जाए इस पर पुलिस अधीक्षक के विचार लिए गए।
क्या सिर्फ साप्ताहिक लाॅकडाउन रखा जाए या सिर्फ रात्रि लाॅकडाउन रखा जाए या दोनो। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कोरोना की वर्तमान स्थिति एवं संभावित तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए लाॅकडाउन या अनलाॅकडाउन के समर्थन एवं विपक्ष में तर्क माँगे गए।नगरपालिका सीएमओ से अभी दुकानो के सामने निर्धारित शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पेंट से गोला बनाए जाने की जानकारी ली। फलों, सब्जियों दूध आदि के ठेलों या दुकानो में भीड न लगे यह सुनिश्चित करने को कहा। राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं नगरीय निकाय के अधिकारियों या कर्मचारियों की टीम बनाकर शहर को अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजित कर निरंतगर गश्ती करने के निर्देश दिए एवं लोगों से संवेदनापूर्ण व्यवहार करने तथा आवश्यकतानुसार समसाईश देने को कहा।
बार-बार समझाईश के बाद भी अगर कोई कोविंड अनएप्रोप्रियएर बिहेव करता है तो उस पर फाइन लगाएँ। आवश्यक दुकानों के खुले जाने के समय पर भी मीटिंग में चर्चा हुई तथा और अन्य किन-किन दुकानों को कोविड प्रोटोकॉल के साथ खोले जाने की अनुमति दी जा सकती है उस पर चर्चा हुई। अंत में जिले में कोविंड संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया गया। राष्ट्रीय राजमार्गों में गढ्ढों, नालियों आदि की शिकायत पर कलेक्टर डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने कार्यपालन अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग श्री बी. के. पटोरिया को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि विभिन्न माध्यमों जैसे वाट्सएप, मोबाइल आदि से कलेक्टर को जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग में गढ्ढो, नालियों, डिवाइडर क्षतिग्रस्त हो जाने, पानी भर जाने इत्यादि की शिकायत प्राप्त हुई। कलेक्टर ने संवेदनशीलता दिखाते हुए कार्यपालन अभियंता को 10 दिनों में सड़कों के पुर्नरुद्धार के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि आगामी बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए सड़को का पुननिर्माण या मरम्मत की आवश्यकता है अन्यथा बरसात होने पर सड़कों की हालत और भी खराब हो जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि 10 दिनों के भीतर कार्यवाही सुनिश्चित न होने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी। इस पर कार्यपालन अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग श्री बी. के. पटोरिया ने कलेक्टर को यह विश्वास दिलाया कि 10 दिनों के भीतर राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत कार्य पूर्ण कर लेंगे