CG NEWS :रायपुर । छत्तीसगढ़ शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष डॉ. गिरीश केशकर ने सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखा है। जिसमें सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति अति शीघ्र दूर करने की मांग की गई है।
मुख्यमंत्री के नाम लिखे पत्र में प्रांताध्यक्ष डॉ. गिरीश केशकर ने उल्लेख किया है कि वेतन लेवल में जब व्याख्याता को लेवल 9 में और शिक्षक को लेवल 8 में रखा गया है तो आखिर सहायक शिक्षकों को वेतन लेवल 6 में क्यों रखा गया है ? उनके साथ इतना अन्याय क्यों ? सहायक शिक्षक पूरी शिक्षा व्यवस्था के आधार स्तंभ हैं ।यदि आधार स्तंभ को कमजोर रखा जाएगा तो शिक्षा व्यवस्था की इमारत कैसे मजबूत होगी ? प्राथमिक स्कूल के शिक्षक एक मां के समान छोटे छोटे नौनिहालों को जो एक कच्ची मिट्टी के समान होते हैं ,उनको एक माँ के जैसे अपने ममता और वात्सल्य से शिक्षा देकर देश के जिम्मेदार नागरिक बनाने का कर करती हैं । उन्हें जीवन मे आगे बढ़ने, जीवन मे सफलता की उचाईयों को छूने के लायक बनाती है। बड़े बड़े मंत्री, अधिकारी, उद्योगपति प्रायमरी स्कूल से शिक्षा ग्रहण करके ही आगे के स्तर तक पहुचें हैं। कोई भी सीधे बिना प्राथमिक शिक्षा ग्रहण किये ही मिडिल, हाई या हायरसेकंडरी की शिक्षा हासिल नहीं किये। फिर भी प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों का दर्द नहीं समझ पाते ऐसा क्यों ?
छत्तीसगढ़ सरकार ने 27 अक्टूबर 2022 को एक आदेश निकाल कर ग्रामीण उद्यान अधिकारियों की वेतन विसंगति दूर करते हुए उन्हें वेतन लेवल 6 से वेतन लेवल 7 में फिक्स किया है तो फिर सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने में आखिर इतना विलम्ब क्यों हो रहा है ? उस वेतन विसंगति को जिसे स्वयं प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है। 3 में रिपोर्ट देने वाली कमेटी के रिपोर्ट का आजतक पता नहीं चल पाया ऐसा क्यों ? छत्तीसगढ़ के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सहायक शिक्षकों की पीड़ा समझ कर अति शीघ्र सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करना चाहिए।