छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन का आज 22 जुलाई बूढ़ा तालाब धरना स्थल में विधानसभा घेराव कार्यक्रम की शुरुआत में धरना स्थल बूढ़ा तालाब के मंच में मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा किया गया, मां सरस्वती की वंदना खिलेश्वरी शांडिल्य रिता भगत राजकुमारी भगत प्रदेश पदाधिकारियों के द्वारा समूह में किया गया एवं छत्तीसगढ़ के राज्य गीत अरपा पैरी के धार प्रदेश पदाधिकारी संकीर्तानंद के द्वारा गाया गया जिससे कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
उसके पश्चात कार्यक्रम का शुरुआत करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार की लोकतांत्रिक व्यवस्था की जिसके तहत शांतिपूर्ण तरीके से लोकतांत्रिक तरीके से सहायक शिक्षक एवं शिक्षक संवर्ग 1 सूत्रीय मांग वेतन विसंगति दूर करने के लिए विधानसभा घेराव कार्यक्रम में पूरे छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिला ब्लॉक से आ रहे साथियों को कई ब्लॉक अध्यक्ष जिला अध्यक्ष एवं प्रांतीय पदाधिकारियों के द्वारा पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया और हजारों की संख्या में साथियों को जो सड़क मार्ग से आ रहे थे उनको रोका गया है.
आज 10000 की संख्या में सहायक शिक्षक बूढ़ा क्लब धरना स्थल में सड़क पर उतरे हैं विधानसभा घेराव के लिए निकले थे और हजारों की संख्या में हमारे साथी सड़कों पर पुलिस के द्वारा रोका गया है जिसके कारण से सरकार की दमनकारी नीति उजागर होती है सरकार को चाहिए कि हमारी 1 सूत्रीय मांग वेतन विसंगति दूर करें और इस प्रकार दमन करके सहायक शिक्षको को डरा नहीं सकती है।
10000 की संख्या में विधानसभा घेराव के लिए निकले सहायक शिक्षकों को सप्रे शाला मैदान के पास सड़क पर रोक दिया गया, अरे साला के पास सड़क में वेरीकेट बनाया गया है जिसके कारण से सहायक शिक्षक पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया छत्तीसगढ़ सहायक इंटरप्रिटेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा वादा किया गया था घोषणापत्र में वादा किया गया था फिर सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति हमारी सरकार बनी है लेकिन आज 4 साल बीत गया इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया विगत वर्ष 12 मार्च 2021 को शिक्षा मंत्री द्वारा कही गई थी .
मुख्यमंत्री द्वारा 5 सितंबर को कमेटी का निर्माण किया गया है 11 माह हो गया रिपोर्ट नहीं आया है सरकार द्वारा लगातार हमारी मांगों के प्रति ध्यान नहीं दिया जाता है यदि आने वाले समय में हमारी मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो आज का आंदोलन सांकेतिक था और आने वाले दिनों में यदि हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो हम पूरे स्कूलों को ताले बंदी करके सड़क पर अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी और मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम साहब को ज्ञापन सौंपा गया कि जल्द से जल्द 109000 सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति का निराकरण किया जाए यदि हम को अनिश्चितकालीन के लिए बाध्य किया गया तो आने वाले समय में तालाबंदी कर के सड़क पर उतरने के लिए 109000 सहायक शिक्षक तैयार रहेंगे।