Chaitra Navratri: 22 मार्च से शुरू होंगी चैत्र नवरात्रि, भूलकर न करें ये गलतियां, Maa Durga हो सकती हैं रुष्ट
Chaitra Navratri 2023: वैदिक ज्योतिष अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही हैं। आइए जानते हैं इन दिनों में कौन से कार्य हैं, जो नहीं करने चाहिए।

Chaitra Navratri- साल में दो बार नवरात्रि आते हैं, जिसमें शारदीय, चैत्र नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि होते हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि 22 अप्रैल से शुरू हो रही हैं। नवरात्रि में पूरे 9 दिनों तक Maa Durga के नौ स्वरूपों की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही नवरात्रि में मां दुर्गा अलग- अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं। जिसका विशेष महत्व होता है। वहीं इस साल Maa Durga नौका पर सवार होकर आ रही हैं। मान्यता है कि देवी नौका पर आती हैं तो सभी के लिए सर्वसिद्धिदायक होता है। लेकिन आपको बता दें कि वह कौन सी गलतियां हैं, जो नवरात्रि के दौरान आपको नहीं करनी चाहिए। जिससे मां दुर्गा रुष्ट हो सकती हैं। आइए जानते हैं…
शराब का सेवन नहीं करना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार चैत्र नवरात्रि में शराब का सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं। चैत्र नवरात्रि को देवी मां की आराधना के लिए सबसे पवित्र माना जाता है। इसलिए इन दिनों में शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा- अर्चना होती है। इसलिए इन दिनों नॉनवेज खाने से बचना चाहिए। क्योंकि नॉनवेज तामसिक भोजन में आता है और इसको खाने से मन दूषित होता है। साथ ही पूजा- पाठ में एकाग्रता भंग होती है।
लेदर से बनी हुआ चीजों का प्रयोग
नवरात्रि के दौरान चमड़े की बेल्ट, जूते, जैकेट, ब्रेसलेट आदि पहनने से बचना चाहिए। क्योंकि ये चीजें जानवर की खाल से बनी होती हैं और इसे अशुभ माना जाता है।
बाल और नाखून कटवाना
नवरात्रि के दिनोंं में बाल और नाखून नहीं कटवाना चाहिए। ऐसा करने से देवी क्रोधित हो जाती हैं और फिर उनके क्रोध का सामना करना पड़ता है। इसलिए बाल और नाखून नवरात्रि शुरू होने से पहले की कटवा लें।
अपशब्द नहीं बोलने चाहिए
नवरात्रि के दिनों में किसी को अपशब्द नहीं बोलने चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा रुष्ट हो सकती हैं। साथ ही दिनों में कलह करने व झूठ बोलने से बचना चाहिए। क्योंकि यह 9 दिन मां दुर्गा की आराधना और पूजा- अर्चना के होते हैं।
घर और मंदिर की साफ- सफाई
नवरात्रि शुरू होने से पहले घर और मंदिर की साफ- सफाई अच्छे से कर लें। साथ ही अनुपयोगी वस्तुओं को मंदिर में से हटा दें।