पत्नी पर चरित्र शंकाः दारू पीने के दौरान हुआ विवाद.. आशिक ने गमझा से दबाया गला..और मौके पर मौत

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– सरकन्डा पुलिस ने ब्लाइन्ड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार पत्नी के साथ अवैध सम्बन्ध को लेकर आरोपी और मृतक के बीच विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी ने मृतक को गमझा से गला घोटकर ढेर कर दिया। आरोपी सीपत थाना क्षेत्र के डगनिया का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम प्रमोद कुमार श्रीवास बताया।न्यूज अपडेट के लिए ग्रुप से जुड़े,क्लिक करे यहां

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                         लिंगियाडीह निवासी अशोक यादव उर्फ लालू ने मर्ग कायम कराया। पीड़ित ने बताया कि 5 अक्टूबर की सुबह लोगो से जानकारी मिली कि उसका भाई संतोष यादव उर्फ देवारी मटन दुकान लोयोला स्कूल रोड में मृत पड़ा है। जानकारी मिलते ही  मौके पर पहुंचा। गले में काला रंग का गमछा पाया। जिसका एक सिरा गले में गठान  लगा है।  माथे पर चोट लगी है।

             पीडि़त ने शिकायत में बताया कि 4 अक्टूबर को उसका भाई अपोलो चौक पण्डाल में माता का भोग बाटा था। रात्रि में दुर्गा प्रतिमा देखने के लिये घर से निकला। इसके बाद क्या हुआ उसकी जानकारी नहीं है। 

             जानकारी के बाद सरकन्डा पुलिस मौके पर पहुंची। निरीक्षण के बाद मर्ग कायम किया गया। आईपीसी की धारा 302 के तहत अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया। पतासाजी के दौरान जानकारी मिली कि मृतक संतोष यादव को प्रमोद कुमार श्रीवास के साथ देखा गया था। संतोष को पकड़कर पूछताछ की कार्रवाई हुई।

                    पुलिस के अनुसार प्रमोद कुमार ने बताया कि घटना के दिन मृतक के साथ बैठकर शराब पी रहा था। इसी दौरान मृतक संतोष ने अपनी पत्नि के साथ अवैध संबंध की शंका जाहिर किया। इस बात को लेकर  दोनो के बीच  विवाद हो गया। आरोपी प्रमोद कुमार ने आवेश में आकर मृतक संतोष यादव के गले में रखे गमछा को गठान लगाकर पैर सीने पर रखकर कस दिया। और संतोष यादव की मौके पर ही मौत हो गयी। इसके बाद मृतक को मौके पर छोड़कर फरार हो गया।

                                थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के बाद आरोपी को  गिरफतार किया गया है। आरोपी को न्यायालय के हवाल कर जेल दाखिल कराया गया है। कार्यवाही में थाना प्रभारी श्री उत्तम कुमार साहू, उनि. राज सिंह, उनि. बी.आर सिन्हा, प्र. आर. प्रमोद सिंह, आरक्षक अशफाक अली, तदबीर पोर्ते, अविनाश कश्यप, राहुल सिंह, सोनू पाल, मनीष वाल्मिकी, भागवत चंद्राकर का विशेष योगदान रहा ।

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