नामचीन कम्पनियों की फ्रेचांइजी के नाम पर ठगी.. मास्टरमाइंड समेत तीनों आरोपी बिहार में पकड़ाए ..प्रदेश समेत कई राज्यों के लोगों का किया शिकार

BHASKAR MISHRA
6 Min Read
बिलासपुर—-पुलिस ने सायबर अपराध करने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। मास्टर माइँड समेत तीन आरोपिोयं को बिहार से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 11 नग मोबाइल ,दर्जनों सिम कार्ड ,दो लैपटॉप बैंक के खातों समेत नगदी 30,000 रूपए जब्त किए हैं। गिरोह ने नामी गिरामी कम्पनियों की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी किया है। गिरोह ने देश के विभिन्न राज्य समेत छत्तीसगढ़ में बिलासपुर, रायपुर गरियाबंद देवभोग और बस्तर जिले के लोगों को शिकार बनाया है।
 
    *हल्दीराम के अतिरिक्त देश की प्रसिद्ध कंपनियों ’’अमूल दूध’’ ’’ब्रिटानिया बिस्किट’’ ’’हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड’’ सहित अन्य प्रतिष्ठित कंपनियों के फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर करते हैं ठगी*
 
*दिगर प्रांत के फर्जी सिम असम कोलकाता पश्चिम बंगाल प्राप्त कर प्रसिद्ध कंपनियों के कस्टमर केयर के नाम पर गूगल में डालकर (विज्ञापन देकर) बनाते हैं लोगों को ठगी का शिकार*
 
*अनजान लोगों को झांसे में लेकर उनके बैंक खाते एवं पहचान पत्र का करते थे दुरुपयोग*
 
पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन साइबर अभियान चलाकर बिहार और झारखंड में कैम्प कर लगातार प्रयास से ठग गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपिोयं को नालंदा शेखपुरा और इस्लामपुर में आरोपियों को धर दबोचा है।
 
 
घटना का संक्षिप्त विवरण –
थाना तारबाहर, जिला बिलासपुर
अपराध क्रमांक 63/2021 धारा 420 भादवि 
दिनांक घटना 18 मार्च 2021
ठगी की रकम ₹265600 
रिपोर्ट दिनांक 21 मार्च 2021
               
                     एडिश्नल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि विद्यानगर निवासी राजेश कुमार अग्रवाल ने थाना तारबहार पहुंचकर बताया कि व्यापार विहार में हार्डवेयर शाप का संचान करते हैं। राजेश कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि बिलासपुर में हल्दीराम नमकीन और अन्य उत्पादों की फ्रेंचाइजी लगाने के लिए गूगल में हल्दीराम के संपर्क फर्जी नंबर से बात कर ठगों के झांसे में आ गया।
 
             अग्रवाल ने बताया कि विभिन्न पत्र पत्रिकाओं और ऑनलाइन समाचारों से जानकारी मिली कि हल्दीराम कंपनी पैक्ड़ नमकीन और अन्य उत्पादों का निर्माण करती है। उत्पादों के विक्रय के लिए बिलासपुर जिले में वितरक की तलाश है। क्लासीफाइड के अलावा  विज्ञापन के अतिरिक्त गूगल सर्च इंजन से हल्दीराम कंपनी के कस्टमर केयर फ्रेंचाइजी केयर के नंबर सर्च किया। नंबरों पर संपर्क कर बिलासपुर में हल्दीराम के प्रोडक्ट की फ्रेंचाइजी लेने की मंशा जाहिर की।
 
              हल्दीराम के कस्टमर के शाखा के संजय शर्मा एवं रोहित अग्रवाल ने वितरण को लेकर आवश्यक आवेदन पत्र का प्रारूप ईमेल व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा। प्रारूप को भरकर पंजीयन शुल्क 25600 रूपए भी जमा किया। खाता नंबर में प्रारूप को भरकर आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज भेज दिया। 25600 आरटीजीएस के माध्यम से पीएनबी नागपुर के खाते में डाला ।
 
                18 मार्च 2021 को हल्दीराम कंपनी के डायरेक्टर राजेंद्र कुमार अग्रवाल और  शिव किशन के हस्ताक्षर युक्त कंफर्मेशन पत्र प्राप्त हुआ। इसके बाद एग्रीमेंट बिलिंग और प्रोडक्ट डिलीवरी के लिए अलग-अलग खातों में 65000 और 1,75,000 जमा करने पर माल की डिलीवरी करने प्रोडक्ट की कुल कीमत 800000 का 50 प्रतिशत 400000 रूपए भेजने को कहा गया।
 
           अपनी शिकायत में अग्रवाल ने बताया कि कंपनी की तरफ से किसी भी प्रकार का भौतिक सत्यापन नही किए जाने पर संदेह हुआ।
 
                         एडिश्नल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि जानकारी के बाद पुलिस कप्तान दीपक झा ने अपराधियों पर नकेल कसने टीम का गठन किया। ऑपरेशन बिहार और झारखंड प्रारंभ कर विभिन्न बैंक खातों और मोबाइल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण कर आरोपियों की पहचान की गयी। थाना प्रभारी कलीम खान की अगुवाई में 16 से अधिक सदस्यों की टीम को कर बिहार और झारखंड रवाना किया। 16 दिन तक पतासाजी कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली।
 
                 प्रकरण के प्रमुख मास्टरमाइंड समेत अन्य दो सहयोगियों को धर दबोचा गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर समेत देवभोग गरियाबंद और बस्तर के व्यापारियों को शिकार बनाया हैं।
 
                       आरोपियों ने बताया कि अमूल दूध ब्रिटानिया हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड की फ्रेंचाइजी के नाम पर भी देश के अन्य प्रांत के लोगों के साथ ठगी किए है।
 
आरोपियों के नाम पता और ठिकाना
 
              पकड़े गए मास्टर माइंड का नाम सागर कुमार पिता मदन मोहन प्रसाद निवासी शेखपुरा है। आरोपी इंटरनेट में विभिन्न कंपनियों के फ्रेंचाइजी का विज्ञापन डाल कर फर्जी नंबर डिस्प्ले करवाता है । दो अन्य आरोपियों के नाम रमेश पिता बिरेंद्र कुमार निवासी नालंदा और पिंटू उर्फ सनातन कुमार पिता अजय प्रसाद निवासी नालंदा है। तीनों आरोपी प्रतिष्ठित कंपनियों के पेज की कॉपी कर कस्टमर केयर में फर्जी नंबर आनलाइन डालते थे। झांसे में आए ग्राहकों को व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से आधार पेन बैंक अकाउंट और अन्य दस्तावेज प्राप्त कर कूट रचित फर्जी एग्रीमेंट तैयार करते थे।
 
बरामद सामाग्री
 
                आरोपियों के पास से 11 नग मोबाइल, सिम कार्ड, 2 नग लैपटॉप पासबुक समेत 30,000 रूपए नगद बरामद किया गया।

Join Our WhatsApp Group Join Now
close