Chhattisgarh-अमित जोगी बोले -एक्जिट पोल गोल मोल ,11 दिसंबर को बजेंगे जीत के ढोल

Shri Mi
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रायपुर।टीवी चैनलों द्वारा दिखाए गए एग्जिट पोल को लेकर अमित जोगी ने कहा है कि तमाम एग्जिट पोल में भारी अंतर और समानता और असंगत देखने को मिला है लेकिन यह आता है कि बिना महागठबंधन के अगली सरकार नहीं बन रही है।अमित ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग सभी एग्जिट पोल को गलत साबित करने जा रहे हैं।

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अपने इतिहास में पहली बार राज्य ने सभी 90 सीटों में त्रिकोणीय मुकाबला देखा है। इस तरह के करीबी मुकाबले में और किसी भी पार्टी विशेष के पक्ष में कोई “लहर” नहीं होने की वजह से किसी भी छद्म विज्ञानी के लिए यह अनुमान लगा पाना असंभव है कि किस सीट पर कौन सा प्रत्याशी जीत रहा है।

जोगी ने कहा कि इस तथ्य को विभिन्न एग्जिट पोल के दावों ने और स्पष्ट कर दिया है – एक ने कांग्रेस को 65 और दूसरे ने बीजेपी को 52 सीटें दी हैं। एग्जिट पोलों के अनुसार हमारे गठबंधन को 4 से लेकर 16 तक कुछ भी सीटें मिल सकती हैं। अर्थात एग्जिट पोलों ने छत्तीसगढ़ की चुनावी तस्वीर को साफ़ करने के बजाये और अधिक उलझा दिया है।

इन परिस्थितियों में, मैं जोर देकर यह कहना चाहूंगा कि एक पार्टी के रूप में, हमने पिछले ढाई सालों में लोगों के विश्वास को जीतने के लिए दिन रात काम किया है। हमारे पोलिंग एजेंटों द्वारा कठिन परिश्रम करके प्रदेश के 17,000 से भी ज्यादा बूथों से जो मतदान के आंकड़े एकत्रित किये गए हैं उनके अनुसार जेसीसीजे-बीएसपी-सीपीआई गठबंधन 20 सीटों पर स्पष्ट रूप से बढ़त बनाये हुए है और 32 अन्य सीटों पर बहुत ही नज़दीकी मुकाबले में है, जिसमें से हम कम से कम 40-60% सीटें जीतने की उम्मीद करते हैं। स्पष्ट है कि हमारे महागठबंधन को सबसे आगे रखे बिना छत्तीसगढ़ में किसी भी सरकार का गठन संभव नहीं है।

अमित ने कहा कि हमारे महागठबंधन की किसी भी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन की शर्तें गैर-विचारणीय हैं, इन शर्तों के साथ कोई भी समझौता संभव नहीं है: सर्वप्रथम और सबसे महत्वपूर्ण, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में श्री अजीत जोगी की एक स्पष्ट स्वीकृति और दूसरी बात, उनके द्वारा दिए गए शपथ पत्र में उल्लेखित 14 आदेशों पर पहले दिन ही हस्ताक्षर किये जाने की सहमति जिसमें किसानों की कर्ज माफ़ी भी शामिल है।

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By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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