Chhattisgarh-संयंत्र के लिए अधिग्रहित भूमि की वापसी का किसानों ने किया स्वागत

Shri Mi
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जगदलपुर।लोहण्डीगुड़ा क्षेत्र में इस्पात संयंत्र की स्थापना के लिए अधिग्रहित भूमि की वापसी की कार्यवाही प्रारंभ होने की खबर सुनकर क्षेत्र के किसानों में खुशी की लहर छा गई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अपन वादे को पूरा करत हुए अधिग्रहित भूमि की वापसी के लिए जरुरी प्रक्रिया जल्द पूरी कर प्रस्ताव मंत्री परिषद की आगामी बैठक में रखने का निर्देश दिया जा चुका है।

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छोटे परोदा के किसान गंगाराम कश्यप ने संयंत्र हेतु अधिग्रहित जमीन की वापसी की कार्यवाही प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भूमि के लिए विगत दस वर्षों से संघर्ष जारी था। मुख्यमंत्री ने किसानों की इच्छा को ध्यान में रखते हुए जमीन वापसी के लिए कार्यवाही शुरु कर दिया है, जो स्वागत योग्य है।

उन्होंने कहा कि जमीन अधिग्रहण के कारण क्षेत्र के किसान परेशान थे तथा किसानों की जमीन वापसी की खबर ने क्षेत्र में खुशहाली ला दी है। टाकरागुड़ा के सुंदरलाल ने बताया कि उनकी लगभग 5 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई थी। भूमि अधिग्रहण के बाद उन्हें खाद-बीज और कृषि ऋण की समस्या थी, जो अब दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण के बाद क्षेत्र के किसानों को जाति प्रमाण पत्र बनाने में भी समस्या आ रही थी, जो अब दूर हो जाएगी।

उल्लेखनीय है कि भूपेश बघेल के साथ ही सांसद राहुल गांधी ने भी बस्तर प्रवास के दौरान लोहांडीगुड़ा क्षेत्र के किसानों को विश्वास दिलाया था कि उनकी अधिग्रहित भूमि उन्हें वापस दिलायी जाएगी। जनघोषणा पत्र में प्रदेश के किसानों से यह वादा किया गया है कि औद्योगिक उपयोग के लिए अधिग्रहित कृषि भूमि, जिसके अधिग्रहण की तारीख से5 वर्ष के भीतर उस पर कोई परियोजना स्थापित नहीं की गई है, वह किसानों को वापस की जाएगी।

भूपेश बघेल ने जन घोषणा पत्र के इस बिन्दु के अनुरूप बस्तर जिले में टाटा इस्पात संयंत्र के लिए 10 गांवों के किसानों की अधिग्रहित जमीन वापस करने के लिए अधिकारियों को प्रक्रिया तत्काल शुरू करने के लिए कहा है। टाटा संयंत्र के लिए यह भूमि फरवरी 2008 और दिसम्बर2008 में अधिग्रहित की गई थी। संयंत्र के लिए जिन गांवों में भूमि अधिग्रहण किया गया था, उनमें तहसील लोहांडीगुड़ा के अंतर्गत ग्राम छिंदगांव, ग्राम कुम्हली,छिंदगांव, बेलियापाल, बडांजी, दाबपाल, बड़ेपरोदा, बेलर और सिरिसगुड़ा में तथा तहसील तोकापाल के अंतर्गत ग्राम टाकरागुड़ा शामिल हैं। इस पर संबंधित कम्पनी द्वारा अब कोई उद्योग स्थापित नहीं किया गया है।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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