बिलासपुर। शहर से नजदीक बने कोपरा डेम में जल भराव के साथ ही पक्षियों का कलरव भी सैलानियों और पर्यावरण प्रेमियों को आनंद देता है। यहां पर आने वाले मेहमान पंछियों को दखने के लिए लोग पहुंचते हैं और उनसे पशु-पक्षी प्रेमियों के बड़ा लगाव है। लेकिन इस डेम पर उन्मुक्त तैरने वाले पक्षियों पर शिकार का खतरा मंडरा रहा है। जिसे रोकने के लिए वन विभाग की ओर से कोई पहल नजर नहीं आती। इसका अहसास वरिष्ठ पत्रकार और पर्यावरण प्रेमी प्राण चड्ढा को भी उस समय हुआ जब वे कोपरा डेम तक घूमने गए । उन्होने वहां पर जो देखा , उसे उन्होने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। जिसे हम यहां साझा कर रहे हैं।
बांध के सौंदर्य पर खतरा….
मेहमान पक्षियों की जल क्रीड़ा, कलरव चुम्बक की भांति कोपरा डेम में प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित कर रही है। वहीं आज संध्या बाइक से काले रंग का अधेड़ डेम पर पहुंचा। वह कुछ देर रुका और माजिद और मुझे फोटो रिकार्ड करते देखता रहा। फिर जब मैने पूछा आप कैसे…। बताया शिकार करता हूँ। फिर उसे शिकार करने से मना किया तो बुलगानी कट दाढ़ी वाला आगे निकल गया और जायजा लिया। रेकी कर जब वापस आने लगा तब उसे फिर समझाइस दी गई। तब तक वह सचेत था और स्वर बदल गए, बिन गन आया हूँ। कैसे शिकार करूंगा….। बढ़ गया… । बिलासपुर से 15 किलोमीटर पर इस डेम पर वन विभाग ने कोई तख्ती तक नहीं लगाई कि शिकार प्रतिबंधित है। शिकारी पर वाइल्ड लाइफ एक्ट के ताहत कार्रवाई की जाएगी। कोई वन कर्मी भी सुरक्षा के लिए तैनात नहीं किया गया है।
अगले साल अप्रैल के माह में वन विभाग ” बर्ड फेस्टिवल’ ,आयोजित करने वाला है। इन दिनों बर्ड की गणना चल रही है। प्रवासी पक्षी प्रदेश में बड़ी संख्या में आये हैं पर वन विभाग ने सुरक्षा के लिए कोई जमीनी व्यवस्था की हो ये नज़र नहीं आता।
रायपुर से वन प्राणी पीसीसीएफ का सन्देश मिला है।
Thanks for the information. I will inform concerned officers.