रायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया विभाग के चेयरमेन और वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी, संगठन प्रभारी महासचिव अब्दुल हमीद हयात, अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष नोमान अकरम ने संयुक्त बयान में म्यामार (बरमा) के रोहिंग्याओं के कत्लेआम पर रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि इस अमानुषिक नरसंहार जिसमें निरीह महिलाओं, कमजोर बुजूर्गो एवं मासूम बच्चों तक को बक्शा नहीं गया,सम्पूर्ण विश्व को हिलाकर रख दिया है। म्यामार की अमानवीय एवं दर्दनाक हत्याओं ने बौध्दधर्म की स्थापित मान्यता सीख एवं सोंच ‘‘अहिंसा परमो धर्मः’’ के विपरीत इंसानियत की बखिया उधेड़ कर रख दी है।म्यामार बुध्दिष्ट देश है ।ऐसी अमानवीय हत्याओं एवं अत्याचार की वहां कल्पना भी नहीं की जा सकती है।म्यामार से जान बचाने लाखों की संख्या में पलायन इस बात का द्योतक है कि वहां पर सेना एवं पुलिस द्वारा एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत रोंिहंग्या मुसलमानो एवं हिन्दुओं को नेस्तनाबूद करने की मुहिम चलाई जा रही है।
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म्यामार में बौध्द धर्म की संस्कृति एवं आचरण को बलाएताक रख दिया गया है। सम्पूर्ण जगत म्यामार के ऐसे अमानवीय एवं अपराधिक कृत्य की निंदा कर रहे है तथा म्यामार सरकार से इस जघन्य नरसंहार को रोकने की मार्मिक अपील भी कर रहे हैं परंतु सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है । देश विदेश की सरकारें एवं सभी सम्प्रदाय के समाज सेवी संगठन रोहिंग्या शरणार्थियों की हर तरह की मदद में लगे है । सिक्ख समुदाय के द्वारा हर तरह से योगदान एवं सेवा काबिले तारीफ मिसाल पेश कर रही है। मानवता सिक्ख समाज की सदा अभारी रहेगी।
जोगी कांग्रेस के नेताओ ने आगे कहा है कि देश का इतिहास साक्षी है पड़ोसी देशों तिब्बत, पाकिस्तान, बंग्लादेश ने मुसीबत में फसे शरणार्थियों को शरण देने में कोई कोताही नहीं बरती तथा मानवीय भूमिका निभाई थी। म्यामार विषय पर तिब्बती धर्म गुरू दलाई लामा, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सोंच एवं विचार सामायिक एवं सराहनीय है। रोहिंग्या शरनार्थी अपना घर बार छोड़कर जान बचाने शरण लेना चाहते है उनसे देश को खतरा समझने की बात गलत है इसीलिए केन्द्र सरकार द्वारा सुप्रीमकोर्ट में देश को रोहिंग्या शरणार्थियों से खतरा बताने वाले हलफनामे को केन्द्र सरकार की छबि एवं मानसिकता को सुधार कर प्रस्तुत करने वापस ले लिया है। रोहिंग्या शरणार्थियों के मसले पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा तथा केन्द्रीय मंत्री द्वय मुख्तार अब्बास नकवी एवं विदेश राज्यमंत्री एम.जे. अकबर तथा भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन शंकास्पद चुप्पी साधे हुए है जो उनकी भाजपा एवं संघ से होने वाले भय को दर्शाता है।