रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)कलेक्टर श्याम धावड़े ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। उन्होंने शासन द्वारा लागू की जा रही मुख्यमंत्री वृक्षारोपण योजना के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये और कहा कि योजनांतर्गत 468 ग्राम पंचायतों में वृहद स्तर पर गैर वनीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण किया जायेगा। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों को लेकर उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा वन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए तथा व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा। वृक्षारोपण के लिए उद्यानिकी तथा वन विभाग के अधिकारियों को पौधों की आपूर्ति करने हेतु निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में समय-सीमा में लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इसका शीघ्र निराकरण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा। बैठक के दौरान उन्होंने जिले में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति व टीकाकरण, उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव, वनाधिकार मान्यता पत्र के प्रकरणों की स्थिति, आगामी बरसात के मौसम को देखते हुए राहत एवं आपदा प्रबंधन तथा पहुंचविहीन क्षेत्रों में पीडीएस भंडारण, दूर-दराज के इलाकों में दवाइयों व स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता तथा अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों पर अधिकारियों से बात की।
कोरोना का खतरा अभी टला नहीं-कलेक्टर
सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्याम धावड़े ने बताया कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है और सावधानी बरतने में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में लागू प्रतिबंधों में शिथिलता दी गई है किन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि नियमों का पालन न हो। राजस्व तथा नगरीय निकाय के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित अवधि में दुकाने खुले और बंद हो। नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्यवाही की जाये क्योंकि थोड़ी भी लापरवाही घातक हो सकती है।
समय पर करें अनुकंपा नियुक्ति-कलेक्टर
कलेक्टर ने अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों के बारे में चर्चा करते हुए विभाग प्रमुखों से कहा कि शासन द्वारा नियमों को शिथिल किया गया है इसलिए प्रकरणों को अनावश्यक रूप से लंबित न रखते हुए विधिक आश्रितों को शीघ्र नियुक्ति दें। उन्होंने आगामी वर्षा ऋतु को देखते हुए राहत एवं आपदा की तैयारियों की जानकारी ली और पहुंच विहीन क्षेत्रों में पीडीएस का भण्डारण तथा चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। मुनादी के माध्यम से लोगों को गंदे पानी, ढोढ़ी तथा नाले की पानी का उपयोग न करने तथा उल्टी, दस्त की स्थिति में मितानिन से सम्पर्क करने को कहा जाये। उन्होंने उपार्जन केन्द्रों से धान उठाव के लिए संबधित विभागीय अधिकारियों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिये।