नागपुर में दिग्गज कलाकारों, विद्वानों का मेला…आधारशिला के बच्चे भी करेंगे शिरकत..डॉ.अजय ने बताया…दुनिया को समझने का मिलेगा मौका

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–नागपुर में आयोजित सात दिवसीय स्पीक मैके के अन्तर्राष्ट्रीय कन्वेंशन में शामिल होने आधारशिला विद्या मंदिर की टीम  शिक्षक उर्वशी गुप्ता और नितीश गुप्ता की अगुवाई में रवाना हुई।  कार्यक्रम में शामिल होने छत्तीसगढ़ स्पीक मैके के स्टेट कोआडिनेटर डॉ.अजय श्रीवास्तव भी नागपुर पर रवाना हुए। डॉ.अजय श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम में शहर और छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्कूलों और कालेजों के बच्चे शिरकत करेंगे। इस दौरान देश प्रदेश के बच्चे अपनी कला संस्कृति की प्रस्तुति भी देंगे।
जानकारी देते चलें कि डॉ.अजय श्रीवास्तव लंबे समय से स्पीक मैके संस्था से जुड़े हैं। डॉ. अजय ने बताया कि नागपुर में आयोजित स्पीक मैके के अन्तर्राष्ट्रीय कन्वेंशन में बिलासपुर स्थित आधारशिला विद्यालय के बच्चों शिरकत करने का अवसर मिला है। इस दौरान बच्चे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश की संस्कृति और कला का प्रदर्शन करेंगे। उन्ोहने बताया कि स्पीक मैके का आठवां अंतरराष्ट्रीय अधिवेशन 29 मई से शुरू होकर 4 जून तक चलेगा। 2019 के बाद यह पहला विधिवत अधिवेशन है l यह अधिवेशन स्पिक मैके के प्रमुख कार्यक्रमों से है। प्रत्येक साल देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान में आयोजित किया जाता है।
अजय ने बताया कि कार्यक्रम में बिलासपुर के अलावा राज्य के विभिन्न स्कूलों और महाविद्यालयों के बच्चे भी भाग लेंगे। एक सप्ताह तक चलने वाला भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण उत्सव है। कार्यक्रम में भारत और दुनिया भर से 1500 से अधिक छात्र और स्वयंसेवक इकट्ठा होंगे। अधिवेशन का उद्देश्य प्रतिभागियों को उनकी रोजमर्रा की अत्यधिक जानकारी से भरी हुई दुनिया से अलग हटाकर भारतीय संस्कृति से परिचित कराना है। इस दौरान प्रतिभागियों को भारतीय संस्कृति, विरासत और नैतिकता का नया दृष्टिकोण मिलेगा। कन्वेंशन में भारतीय कला के उत्कृष्ट वाहक और मूर्धन्य कलाविदों का जमावाड़ा होगा। 
अधिवेशन में शास्त्रीय संगीत और नृत्य, संगीत कार्यक्रम, लोक कला प्रदर्शन, शिल्प की गहन कार्यशालाएँ, सिनेमा स्क्रीनिंग, हेरिटेज वॉक, श्रमदान का आयोजन होगा। इस दौरान सभी प्रतिभागियों को  विदुषी डॉ. प्रभा अत्रे (हिंदुस्तानी गायन), उस्ताद अमजद अली खान (सरोद) पंडित अजय चक्रवर्ती (हिंदुस्तानी गायन) विद्वान उमयालपुरम  (मृदंगम), महबूब सुभानी और श्रीमती कालीसबी महबूब (नदस्वरम), श्रीमती अश्विनी भिड़े देशपांडे (हिंदुस्तानी गायन), पंडित साजन मिश्रा (हिंदुस्तानी गायन) विद्वान लालगुडी जयरामन जीजे आर कृष्णन  और विदुषी विजयलक्ष्मी (कर्नाटक वायलिन) श्रीमती अलरमेल (भरतनाट्यम) बेगम परवीन सुल्ताना (हिंदुस्तानी गायन) डॉ.एन राजम (हिंदुस्तानी वायलिन) मार्गी मधु (कुड़ियापट्टम) विदुषी तीजन बाई (पंडवानी) पंडित उल्हास कशालकर (हिंदुस्तानी गायन) विदुषी ए. कन्याकुमारी (कर्नाटक वायलिन) विदेशी बॉम्बे जयश्री (कर्नाटक वायलिन) उस्ताद एफ वसीफुद्दीन डागर (ध्रुपद), वारसी ब्रदर्स (कव्वाली), श्री तारापद रजक (पुरुलिया छाऊ), भास्कर कोग्गा कामत (गोमबेट्टा) नागा वृंद गायन दल और अन्य महान विभूतियों को करीब से समझने और सुनने का अवसर मिलेगा। 
अजय श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम में प्रतिभागियों के आवास और भोजन का प्रबंध स्पीक की तरफ से होगा। आधारशिला विद्यालय के शैक्षणिक डॉयरेक्टर एस के जनास्वामी और प्राचार्या जी आर मधुलिका ने पूरी टीम का उत्साहवर्धन किया। साथ ही जिला और प्रदेश का नाम करने के साथ ही सुखद यात्रा के लिए शुभकामनाए भी दी है।
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