बिलासपुर । छत्तीसगढ़ आयर्विज्ञान संस्थान ( सिम्स ) के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने अपनी वर्षों पुरानी वेतन वृद्धि की मांग को लेकर आगामी 2 एवं 3 अगस्त को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। वेतन वृद्धि की यह माँग काफी पुरानी है। जिसका निराकरण नहीं होने की वज़ह से कर्मचारियों को काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष अमरू साहू ने बताया लगातार प्रशासन एवं सिम्स प्रबंधन से गत 6 वर्षों से अधिक अपनी पुरानी वेतन वृद्धि की मांग को लेकर एक गतिरोध बना हुआ है । जो हाई कोर्ट के द्वारा 4 माह में निराकरण के आदेश एवं कलेक्टर द्वारा एसआईटी जांच, एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा जांच आदि के उपरांत भी मकड़ जाल में उलझ कर अब तक सुलझ नहीं पाया है । बढ़ती महंगाई के इस दौर में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बेतहाशा महंगाई के बोझ में दब कर दिन रात कार्य करने पर मजबूर हैं।
कर्मचारी संघ का कहना है कि कि इसके पूर्व लगभग 2 वर्षों के कोरोना संक्रमण काल में जान जोखिम में डालकर अनवरत अपना कार्य जारी रखे हुए हैं। फिर भी प्रशासन एवं प्रबंधन हमारी उचित एवं जायज मांगों को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है अतः वे आगामी 2 एवं 3 अगस्त को सामूहिक अवकाश पर जाने पर मजबूर हैं । इस दौरान जिला चिकित्सालय एवं सिम्स में उपचार रत मरीजों को जो असुविधा होगी उसके लिए पूर्ण अतः प्रशासन जिम्मेदार होगा। उनकी मांगों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अलावा मस्तूरी, कोटा, तखतपुर, एवं रतनपुर के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी स्वास्थ्य कर्मियों का पूर्ण समर्थन प्राप्त है ।