बिलासपुर—- नगर सैनिकों ने आज जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को पत्र दिया। पत्र के माध्यम से नगर सैनिकों ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए पांच सूत्री मांग भी पेश किया। नगर सैनिकों ने बताया कि हमसे पुलिस आरक्षकों की तरह सारे काम लिए जाते हैं। लेकिन सुविधाएं नहीं दी जाती है। जबकि नगर सैनिक आपदा के समय अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सुरक्षा भी करते हैं। बावजूद इसके सरकार का ध्यान हमारी तरफ बिलकुल नहीं है।
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जिला कार्यालय पहुंचकर नगर सैनिकों ने आज मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को पांच सूत्री वाला मांग पत्र पेश किया। प्रशासन को नगर सैनिकों ने बताया कि 1947 नगर सैनिक अपनी जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं। पुलिस आरक्षकों की तरह कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है। अपने सेवाकाल के दौरान यातायात से लेकर बाढ़,आगजनी, कानून व्यवस्था बनाने में अपनी जिम्मेदारियों को 70 साल से अंजाम दे रहे हैं।
नगर सैनिकों ने बताया कि हमने मख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में बताया है कि पिछळे तीन साल में नगर सैनिकों के मानदेय कोई बढ़ोत्तरी नहीं होने की जानकारी दी है। साथ ही यह भी बताया है कि साल 2016 में गानदेय में की गयी वृद्धि का एरियर्स आज नहीं मिला है। शासन ने साल 2011 में एक आदेश जारी कर वेतन में पांच प्रतिशत का इजापा किया था। आदेश पर आज तक अमल नहीं किया गया है।
नगर सैनिकों ने जानकारी दी कि कमोबेश प्रदेश के सभी विभागों में यहां तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा आयु 62 साल कर दिया गया है। लेकिन नगरसैनिकों की सेवा काल आज भी 60 साल है। अन्य कर्मचारियों की तरह नगर सैनिकों के सेवाकाल में 2 साल का इजाफा किया जाए।