रावणभाठा-रायपुर के दशहरा उत्सव में हुए शामिल CM भूपेश,कहा-असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है दशहरा

Chief Editor
3 Min Read

रायपुर-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति दूधाधारी मठ द्वारा रायपुर के रावणभाठा-टिकरापारा में आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने वहां रावण वध के पश्चात् भगवान बालाजी के आरती कार्यक्रम में भाग लेते हुए पूजा-अर्चना की और प्रदेश की समृद्धि तथा खुशहाली के लिए कामना की।मुख्यमंत्री ने दशहरा उत्सव में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि दूधाधारी मठ द्वारा आयोजित यह उत्सव छत्तीसगढ़ के सबसे प्राचीन दशहरा उत्सव में माना जाता है। इसके लिए उन्होंने संरक्षक राजेश्री महंत डाॅ. रामसुंदरदास तथा अध्यक्ष श्री मनोज वर्मा सहित पूरे आयोजन समिति की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है। यह पर्व हमें अपने अहंकार तथा बुराई को समाप्त कर अच्छाई तथा सत्य की राह पर चलने का सीख देता है। जब तक हमारे समाज, आस-पास तथा स्वयं में जो बुराई है वह समाप्त नहीं होगी तब तक हम और हमारा समाज आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसलिए समाज में अहंकार, बुराई तथा असत्य के प्रतीक रावण का नाश जरूरी है, तभी हम आगे बढ़ पाएंगे।

Join Our WhatsApp Group Join Now

मुख्यमंत्री ने बताया कि रावणभाठा में आयोजित दशहरा उत्सव की छत्तीसगढ़ के सबसे प्राचीन दशहरा उत्सव के रूप में विशिष्ट ख्याति और पहचान है। अभी कोरोना संकट के दौर में भी नियमों का पालन करते हुए परम्परागत रूप से दशहरा उत्सव के आयोजन के लिए उन्होंने श्री दूधाधारी मठ और समिति की सराहना की। उन्होंने बताया कि राजधानी रायपुर में नागपुर के भोसले वंश के शासक श्री रघुराव जी भोसले द्वारा संवत 1610 अर्थात सन 1554 में श्री दूधाधारी मठ की स्थापना की गई थी। तब से लेकर अब तक यहां दशहरा उत्सव उत्साह के साथ मनाया जाता रहा है।

दशहरा उत्सव कार्यक्रम को विधायक बृजमोहन अग्रवाल तथा नगरपालिक निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर नगरपालिक निगम रायपुर के सभापति प्रमोद दुबे, पार्षद सतनाम पनाग, पार्षद समीर अख्तर, पार्षद सरिता वर्मा, चंद्रशेखर शुक्ला, प्रभात मिश्रा, सुशील ओझा, पुनीत देवांगन आदि उपस्थित थे।

close