बिलासपुर । सीएमडी कॉलेज़ एनएसएस इकाई ने पर्यावरण दिवस पर अद्भुत उदाहरण पेश किया है। उन्होने दो साल पहले ही अपने गोद ग्राम नेवसा में खुद के योगदान से तालाब का निर्माण कराया था। इस बार पर्यावरण दिवस के दिन तालाब में बत्तख छोड़कर तालाब की स्वच्छता के लिए एक मिसाल पेश की है। ज़िससे आसपास के ग्रामीणों को भी प्रेरमा मिलती रहेगी और वे भी अपने स्तर पर इस तरह के प्रयास कर सकेंगे।
अंचल के प्रतिष्ठित सी.एम. दुबे महाविद्यालय बिलासपुर के एन एस एस इकाई ने अपने गोद ग्राम नेवसा में गर्मी के दिनों में उत्पन्न निस्तारित जल की समस्या के समाधान हेतु कृषक प्रेम मरावी से जमीन प्राप्त कर दो वर्ष पूर्व स्वयं के पैसो से तालाब बनाया था । जिसमें पिछले साल कालेज के चेयरमैन संजय दुबे के मार्गदर्शन में आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए मछली छोड़ा गया । इसी कड़ी में तलाब के जल की स्वच्छता ,ऑक्सीजन की वृद्धि एवं सौंदर्यीकरण के लिए आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पी.एल.चंद्राकर ,डॉ.के. के. शुक्ला ,उप सरपंच गेंदराम यादव , केशव यादव एवं प्रेम मरावी की उपस्थिति में बदक छोड़ा गया। यह बदक कूट-कूट पालन केंद्र बिलासपुर के क्षेत्रीय विस्तार अधिकारी डॉ.राजेंद्र गुप्ता से प्राप्त किया गया । डॉ.गुप्ता ने बताया कि तालाब में बदक छोड़ने से कैसे तालाब की सफाई हो जाती है तथा जल में ऑक्सीजन स्तर बढ़ जाता है । जिसके फलस्वरूप लोगों को जल जन्य बीमारी नहीं होती ।
इसके अलावा इकाई के स्वयंसेवकों ने ग्राम नेऊर, ग्राम हल्दी, ग्राम लाटा , कुवकुदर, ग्राम नवागांव सलका ,पाली इत्यादि स्थानों में दीवाल पर स्लोगन लिखकर लोगों को पर्यावरण के संरक्षण हेतु जागरूक किया गया तथा अपने-अपने ग्रामों में पौधरोपण किया । इसमें परमानंद पटेल, रोहित लहरे ,लुई भास्कर कौशिक, प्रद्युम्न देवांगन, सागर गुप्ता ,खिलेश्वर नीलम मरकाम, और अंकिता मरावी अपने-अपने ग्रामों में पौधरोपण किया । महाविद्यालय के चेयरमैन संजय दुबे एवं प्राचार्य डॉ.संजय सिंह ने इकाई के कार्यों की प्रशंसा की तथा शुभकामनाएं प्रेषित की हैं ।