बिलासपुर— छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक कर्मचारी संघ ने कलेक्टर से जिला शिक्षाअधिकारी की शिकायत की है। प्रांतीय महामंत्री रोहित तिवारी ने 10 बिन्दुओं वाली शिकायतनामा देकर जिला शिक्षा अधिकारी पर लिपिक कर्मचारियों को बिना वजह परेशान करने का आरोप लगाया है। रोहित तिवारी ने कलेक्टर से बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी की मनमानी से विभाग में अराजकता का माहौल है।
कलेक्टर से रोहित तिवारी और लिपिक संघ नेताओं न बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी की कर्मचारी विरोधी रवैया से विभाग में वर्किंग कल्चर खत्म हो गयी है। कर्मचारियों की पदोन्नति, सूची प्रकाशन में हेरेफेर करना ,विकास खण्डों के सहायक शिक्षक का संलग्नीकरण करना,शासन के आदेशों की अवहेलना करना जिला शिक्षा अधिकारी की आदतों में है।
रोहित तिवारी न बताया कि सुनील यादव का प्रशासनिक स्थानांतरण शासन स्तर पर किया गया। सचिव स्कूल शिक्षा विभाग से कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश भी मिला। बावजूद इसके डीईओ ने शासन के आदेश की अनदेखी की है। इसी तरह सहायक शिक्षक पंचायत श्रद्धा शर्मा,श्वेता तिवारी को लायब्रेरी में अटैच कर दिया गया है। जबकि शासन का आदेश है कि संलग्नीकरण नहीं किया जाएगा।
तिवारी ने कहा कि लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों का सहायक ग्रेड-2 के रिक्त पदों का पदोन्नति से भरा जाना है। लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी की मनमानी से भरा नहीं जा रहा है। उन्होने ने अभी तक वरिष्ठता सूची का प्रकाशन नहीं किया है। लिपिक संघ के नेताओं ने बताया कि जिला शिक्षा विभाग में विभिन्न योजनाओं जैसे खेल,फर्नीचर,सामाग्रियों में भारी वित्तीय अनियमितिताए हुई है।
लिपिक संघ के नेताओं ने कलेक्टर से मांग की है कि जिला शिक्षा अधिकारी पर लगी शिकायतों का उच्चस्तरीय जांच हो। कलेक्टर से मुलाकात के दौरान, महामंत्री रोहित तिवारी के अलावा जिला सचिव प्रदीप शर्मा, सहायक सचिव सूर्यप्रकाश कश्यप, हेमन्त बघेल, अरविंद गहवई, हितेष वैष्णव मौजूद थे।