बिलासपुर । कलेक्ट्रेट में लग रहे जन चौपाल का असर दिखाई देने लगा है । मंगलवार को रतनपुर इलाके के एक किसान की शिकायत पर उसे चार घंटे के भीतर किसान किताब तैयार कर सौँप दी गई । जिसके लिए वह 1 साल से भटक रहा था । कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर के निर्देश पर किसान के इस काम में देरी के लिए जिम्मेदार रतनपुर तहसील ऑफिस के बाबू को शोकॉज़ नोटिस भी दिया गया है।ऐसी लापरवाही पर सख़्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बिलासपुर जिले में भी राजस्व के मामलों का निराकरण तेजी से किया जा रहा है । इसी तरह जिला कलेक्टर में आयोजित होने वाले जन चौपाल के दौरान भी लोगों का काम त्वरित गति से हो रहा है । कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने सभी अधिकारी और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी है कि किसान और आम जन को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए । लापरवाही की शिकायत मिलने पर सख़्त कार्रवाई की ज़ाएगी । । मंगलवार को जन चौपाल में पहुंचे नवापारा रतनपुर के किसान महेंद्र कुमार अनुरागी ने तहसील ऑफिस रतनपुर के क्लर्क की शिकायत कलेक्टर से की। जिसमें उन्होंने बताया कि 1 साल पहले रतनपुर तहसील में बटवारा पर्ची ऋण पुस्तिका अलग करवाने के लिए आवेदन दिया है। तहसील के बाबू विनोद केवट को इसके लिए 4 हज़ार रुपए भी दे चुके हैं। फिर भी और पैसों की मांग की जा रही है। इसकी शिकायत तहसीलदार से भी की जा चुकी है। फिर भी उनका काम नहीं हो रहा है। महेंद्र कुमार अनुरागी ने तहसील ऑफिस रतनपुर के बाबू पर उचित कार्यवाही का अनुरोध किया और साथ ही पर्ची बटवारा के लिए पटवारी को आदेश करने का भी निवेदन किया।
कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने इस पर त्वरित कार्यवाही की और इसके लिए तहसीलदार को आदेश दिया। इसके 4 घंटे बाद ही किसान किताब तैयार कर महेंद्र कुमार अनुरागी को प्रदान कर दिया गया। इस मामले में रतनपुर तहसील के रीडर को से स्पष्टीकरण मांगा गया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। कलेक्टर ने कहा कि इस तरह की शिकायतों पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। जन चौपाल की वजह से एक ऐसे किसान को 4 घंटे के भीतर ही राहत मिल गई, जो किसान किताब के लिए 1 साल से भटक रहा था।।