रोबोट क्लास की जानकारी लेते हुए,Commisioner डॉ अलंग ने बच्चों के हाथों से बनाए मॉडल की प्रशंसा की

Shri Mi
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जशपुरनगर/संभागायुक्त डॉ संजय अलंग ने जशपुर जिले के स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया और बच्चों से रुबरु होकर विभिन्न गतिविधियों की जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ रवि मित्तल और अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। कमिश्नर डॉ अलंग ने  अंग्रेजी माध्यम स्कूल के रोबौटिक क्लास का अवलोकन किया और बच्चों द्वारा बनाए गए माडल की जानकारी ली उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए मेहनत और लगन से लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करने करने के लिए कहा।

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उन्होंने कहा की पढ़ाई के साथ उसको प्रैक्टिस करना भी बहुत जरूरी है। ताकि विषय वस्तु को हम भली भांति समझ  सके और उसका उतर अच्छे से लिख सके कक्षा 7वी छात्रा परी गुप्ता ने बताया की रोबोट के माध्यम से क्रेन गेम बनाया है। इसी प्रकार उपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि उन्होंने कलर सेशर बनाया हैं। इसका इस्तेमाल यातायात के संकेतों के लिए किया जा सकता हैं। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 से 5 क्लास के बच्चों के लिए निःशुल्क मैराकी क्लास की सुविधा उपलब्ध कराया गया है। इसमें बच्चों को ऑनलाइन के माध्यम से सिखाया जाता है।

उन्होंने बताया कि जिले में संचालित 8 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के विद्यार्थियों को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एवं कोडिंग सिखाने की योजना लागू की गई है।  इस महत्वपूर्ण योजना के क्रियान्वयन के लिए नव गुरुकुल के मेराकी  टीम से सहयोग लिया जा रहा है। मेराकी एक एंड्राइड एप्लीकेशन है जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एवं डिजिटल में दक्ष बनाया जाता है। इस कार्यक्रम के तहत जिले के चार स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय जशपुर, कांसाबेल, पत्थलगांव और पतराटोली में वहां के कंप्यूटर शिक्षक एवं इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले शिक्षकों को मेराकी टीम  के द्वारा इस विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे अपने विद्यालय के कक्षा चौथी से 12वीं के बच्चों को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एवं कोडिंग सिखा सकें।

शेष चार सेजेस मनोरा, कुनकुरी, बगीचा एवं फरसाबहार में मेराकी टीम द्वारा सीधे वहां के विद्यार्थियों को वर्चुअल कक्षा के माध्यम से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एवं कोडिंग सीखेंगे गुरुकुल की टीम के साथ मीटिंग करते हुए इस कार्यक्रम को दो स्तर पर लागू किया जा रहा है। पहले स्तर पर कक्षा चार से कक्षा सात के बच्चों को कंप्यूटर साइंस किक स्टार्ट प्रोग्रामिंग स्क्रैच भाषा सिखाई जाएगी जो  30 घंटे का होगा।  दूसरे स्तर में कक्षा आठवीं से 12वीं के विद्यार्थी को कंप्यूटर साइंस का बेसिक पाइथन सिखाया जाएगा  वो भी  30 घंटे का कार्यक्रम होगा। नवगुरुकुल मेराकी  द्वारा सफलतापूर्वक  कोर्स पूर्ण करने वाले सभी विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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