बिलासपुर—- मस्तूरी ब्लाक के गोड़ाडीह निवासी महिलाओं ने पुलिस कप्तान कार्यालय पहुंचकर पचपढ़ी थाना पुलिस के खिलाफ बड़ी शिकायत की है। महिलाओं ने लिखित में बताया कि 11 नवम्बर की रात्रि पुलिस ने शराब के नशे में घर घुसकर मारपीट की है। इसके बाद दूसरे दिन घर के पुरूषों पर पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई का फरमान भी जारी कर दिया है। जबकि मामले में पुरूषों की कोई भूमिका भी नहीं है।
पचपेढी थाना क्षेत्र स्थित गोड़ाडीह की महिलाओं ने एक साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस जवानों के खिलाफ शिकायत की है। गांव की संतोषी नवरत्ने, दशरीता बाई और पुष्पा बाई कैवर्त ने बताया कि हम लोग बहुत ही गरीब हैं। 11 नवम्बर की रात्रि हम लोग घर में थे। इसी बीच करीब साढ़े 9 बजे घर के बाहर अचानक शोर शराबा हुआ। संतोषी नवरत्ने बताया कि शोर शराबा सुनकर उसका पति देवेन्द्र कुमार वस्तुस्थिति की जानकारी लेने घर से बाहर निकला। उसने देखा कि पचपेढ़ी थाना के पुलिस जवान सादे कपडे में शराब के नशे में ग्रामीणों से गाली गलौच और मारपीट कर रहे हैं।
संतोषी बाई ने बताया कि देवेन्द्र स्थिति को भांपते हुए घर के अन्दर आ गया। और दरवाजाा भी बन्द कर दिया। इतने में पीछे से पुलिस के जवान भी पहुंच गए। और दरवाजा जोर जोर से पीटने लगे। इसके बाद दरवाजा तोड़कर अन्दर घुसे उसे धक्का भी दिया। पति देवेन्द्र के साथ मारपीट भी किया गया। बीच बचाव करने पहुंचे दशरीता के पति लाखनदास को भी पुलिस वालों ने मारापीटा।
घटना के बाद सभी लोग रिपोर्ट लिखाने थाना गए। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने रिपोर्ट लिखने इंकार कर दिया। साथ ही हम लोगों के पर ही झूठी रिपोर्ट लिखाने की धमकी दी गयी। और डांट डपटकर भगा दिया गया।
पुलिस कप्तान कार्यालय शिकायत लेकर पहुंची संतोषी ने बताया कि दूसरे दिन जानकारी मिली कि पुलिस वालों ने हम लोगों के खिलाफ ही झूठी रिपोर्ट दर्ज किया गया है। पति देवेन्द्र के साथ उसके भाई मनीष के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज किया गया है। गोड़ाडीह की महिलाओं ने कहा कि पुलिस कप्तान से गुहार है कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। निर्दोष ग्रामीणों पर दर्ज झूठी रिपोर्ट को निरस्त भी करे।