2024 में पीएम मोदी के सामने कौन?

Shri Mi
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2024 Lok Sabha Election: कांग्रेस पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा। 2024 में पीएम मोदी के सामने कांग्रेस का चेहरा कौन होगा। इन तमाम मुद्दों को लेकर चल रही एक टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी राय जाहिर की। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी के सामने कोई चेहरा टिक सकता है तो उसमें यह तीन गुण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक क्रेडिबिलिटी का सवाल है, क्रेडिबिलिटी होनी चाहिए। कैपेबिलिटी और पापुलैरिटी होनी चाहिए।

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आचार्य ने कहा कि नीतीश कुमार की क्रेडिबिलिटी पर बहुत बड़ा सवाल है। नीतीश कुमार कल कहां थे, आज कहां हैं, आने वाले वक्त में कहां रहेंगे। यह कोई नहीं जानता। आचार्य ने साफ शब्दों में कहा कि नरेंद्र मोदी के सामने 2024 के आम चुनाव में पापुलैरिटी के मामले में विपक्ष और कांग्रेस की पार्टी की तरफ से सबसे मजबूत चेहरा प्रियंका गांधी हैं।

कृष्णम ने कहा कि भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में नरेंद्र मोदी एक ख्याति प्राप्त व्यक्ति हैं। दूसरी बात भारतीय जनता पार्टी एक सशक्त दल है। बीजेपी के साथ जितने थिंक टैंक और सपोर्टिंग ऑर्गेनाइजेशन हैं उतने किसी पार्टी के पास नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को ऐसे में हल्के में लेना बेवकूफी होगी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जितने भी राजनैतिक दल हैं। वो क्षेत्रीय दल हों या राष्ट्रीय दल हों। अगर वो यह मानकर चलते हैं कि 2024 का आम चुनाव महंगाई, बेरोजगारी या जो दो-चार घटनाएं घट जाती हैं उन पर होगा तो फिर यह वही बात होगी, जिस तरह विपक्ष ने 2019 को लिया था।

‘2024 का चुनाव राष्ट्र और धर्म के नाम पर होगा’

कृष्णम ने साफतौर पर कहा कि 2024 का चुनाव राष्ट्र और धर्म के नाम पर होगा। नरेंद्र मोदी की ताकत और चेहरे पर कोई सवालिया निशान नहीं है और वो कैंडिडेट हैं। उन्होंने कहा कि यह अलग बात है कि 2024 में बीजेपी का कैंडिडेट या तो नरेंद्र मोदी होंगे या फिर हो सकता है योगी आदित्यनाथ हों। उन्होंने कहा कि 2024 के आम चुनाम में अगर कोई नरेंद्र मोदी का विकल्प बन सकता है तो वो कांग्रेस पार्टी ही है, जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक बीजेपी के सामने खड़ी है।

बता दें, कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा। इस पर अभी गतिरोध बना हुआ है। राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की जो कोशिशें की गई हैं, वो अभी हाल फिलहाल निष्फल ही साबित हुई हैं। 2019 आम चुनाव में हार के राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं सोनिया गांधी ने भी अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पार्टी का अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया। ऐसे में अब पार्टी की निगाहें प्रियंका गांधी वाड्रा पर टिकी हैं, लेकिन सवाल यह भी है कि यूपी विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी भी कोई पार्टी संजीवनी देने में नाकामयाब साबित हुई हैं। सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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