बिलासपुर—ज़िला शहर कांग्रेस कमेटी ने स्वतन्त्रता संग्राम के दो महान सेनानियों की जयंती को गरिमा के साथ मनाया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन भेंट किया। गांधी चौक और लालबहादुर शात्री स्कूल मैदान में स्थापित प्रतिमा के सामने कांग्रेस नेताओं ने दोनो महान नेताओं के आदर्शों पर चलने का संकल्प भी लिया।
शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन चरित्र, सिद्धांत और व्यवहार को हमें जीवन में उतारने की जरूरत है। उनके बताए मार्ग पर चलकर देश और समाज में शांति स्थापित करना प्रत्येक कांग्रेसियों का धर्म है। ऐसा करने पर ही देश उन्नति के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।
प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, पूर्व शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा और सविनय आंदोलन के माध्यम से देश को आज़ाद कराया। उनके इस अमोघ अस्त्र को पूरा विश्व स्वीकार करता है। वर्तमान में देश मे एक ऐसा विचार भी तेजी से फैल रहा है जो गोडसे की बन्दूक को महिमा मंडित करने पर तुला हुआ है। ऐसे अराजक तत्वों से हमें सावधान रहना है।
सैय्यद ज़फर अली और हरीश तिवारी ने कहा कि लाल बहादुर कद काठी से बहुत मजबूत नहीं थे। लेकिन उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति ने ब्रिटेन को झुकने को मजबूर कर दिया। और देश को आजाद करना पड़ा। 01942 के भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया। उन्होने ’करो या मरो’ का नारा दिया।
कांग्रेस नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को श्रद्धा सुमन भेंट कर उनके आदर्श और कार्य को याद किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शास्त्री के प्रधानमंत्रीत्व काल मे पाकिस्तान को घुटने पर लाया गया। शास्त्री सच्चे गांधीवादी नेता थे। उन्होने किसान और सेना के सम्मान में ’जय जवान जय किसान’ का नारा दिया।
इस दौरान मत्स्य आयोग उपाध्यक्ष राजेन्द्र धीवर, पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, चन्द्र प्रकाश देवरस, एसएल रात्रे, विनोद साहू, अरविंद शुक्ला ने भी सम्बोधित किया।