झीरम में शहीद कांग्रेस नेताओं को नेताओं ने किया याद..बताया घटना में तत्कालीन सरकार का षड़यंत्र .. श्रीकांत वर्मा को श्रद्धांजलि देने पहुंची पुत्रवधु

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-जिला शहर और ग्रामीण कांग्रेस कमेटी जीरम घाटी में नक्सली हमले में शहीद विद्याचरण शुक्ला, नन्द कुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, दीपक पटेल समेत दिवंगत 32 कांग्रेस नेताओं को याद किया। साथ ही पूर्व सांसद स्व श्रीकांत वर्मा की पुण्यतिथि पर  कांग्रेस भवन मे श्रद्धांजलि देते हुए अपने मनोभाव को सबके सामने रखा। 
              शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि झीरम घाटी नक्सली हमला बर्बरता ,अमानवीय और नृशंसता ,की पराकाष्ठा है। घटना में कांग्रेस पार्टी ने अपने शीर्ष नेतृत्व को खोया है। ,उससे भी ज्यादा अमानवीय कृत्य जांच को को बाधित किया जाना है।
          ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि  परिवर्तन यात्रा के सथ तत्कालीन सरकार की साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है। पर्याप्त सुरक्षा नही देना ,घटना के बाद भी देरी से फ़ोर्स का आना, पांच किलोमीटर की दूरी पर पुलिस चौकी होना ,उसके बाद भी 200 से अधिक संख्या में नक्सलियों का होना तत्कालीन कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सोची समझी साजिश को जाहिर करता है।  पुलिस को जानकारी नही होना सन्देह के दायरे में है । 9 वर्ष बाद भी आधे अधूरी जांच रिपोर्ट देना, किसी बड़ी साजिश की ओर ही इशारा करता है। 
साहित्यकार राजनेता श्रीकांत वर्मा को श्रद्धांजलि
                   कांग्रेसियों ने छत्तीसगढ़ भवन स्थित कांग्रेस नेता और साहित्यकार श्रीकांत वर्मा को याद किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने प्रतिमा पर फूल माला अर्पित कर अपनी भवाओं को भी पेश किया। मेयर रामशरण यादव ने कहा कि बिलासपुर का नाम साहित्यिक और राजनीतिक मानचित्र पर अंकित कराने वाले का नाम है श्रीकांत वर्मा है।
              श्रीकांत वर्मा ने साहित्य साधना और पत्रकारिता के रास्ते कांग्रेस को राष्ट्रीय  राजनीति में अहम भूमिका का निर्वहन किया है। उन्होंने कालजयी नारा दिए , गरीबी हटाओ, जात पर न पात पर मुहर लगेगी हाथ पर आदि आदि । श्रीकांत वर्मा ने बिलासपुर शहर को कस्बाई स्वरूप से महानगर में तब्दील किया । अनेक योजनाओ को भौतिक स्वरूप दिया है। 
 
           सैय्यद ज़फ़र अली ,एसएल रात्रे, अजय श्रीवास्तव ने कहा कि  विद्याचरण शुक्ल, नन्द कुमार पटेल ,महेंद्र कर्मा  छत्तीसगढ़ कांग्रेस के आधार स्तम्भ थे।  परिवर्तन यात्रा से जनजागरण कर सरकार की विफलता को जन जन तक पहुचाने के लिए निकले थे। लेकिन  नक्सली हमले से कांग्रेस के 32 नेता शहीद हो गए। घटना कांग्रेस के मनोबल को तोड़ने वाला था।  कांग्रेसी डरे नही ,रुके नही और हौसले के साथ आगे बढे। कांग्रेस नेताओं की शहादत ने कांग्रेस को नई ऊर्जा के साथ शक्ति प्रदान करने का काम किया है।
 
कार्यक्रम में शा्मिल हुई पुत्रवधु
 
            कार्यक्रम में स्व श्रीकांत वर्मा की पुत्रबधू  एंकाअभिषेक वर्मा ने विशेष रूप से शिरकत किया। कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, महापौर रामशरण यादव, प्रदेश सचिव आशीष सिंह ,अजय श्रीवास्तव,प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, पूर्व शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर,ज़फ़र अली,हरीश तिवारी, राकेश शर्मा, ऋषि पांडेय, सुभाष ठाकुर,विनोद शर्मा,त्रिभुवन कश्यप, माधव ओतलवार,जिग्नेश जैन,एसएल रात्रे,ब्रजेश साहू,राजेश शुक्ला,सीमा घृतेश, डॉ बद्री जायसवाल,कृष्ण कुमार यादव,विनोद साहू,सावित्री सोनी,अन्नपूर्णा यादव,त्रिवेणी भोई,राजेन्द्र वर्मा,अरविंद शुक्ल,जावेद मेमन,अनिल पांडेय,अजय यादव,काशी रात्रे,अर्जुन सिंह,वीरेंद्र सारथी,राजेश ताम्रकार,बद्री यादव,राजेश शर्मा,चन्द्रहास केशरवानी,शशिकला,गणेश रजक,आदेश पांडेय,संजय यादव,लल्ला सोनी,आशा लहरे,अनिल शुक्ल, दीपक रायचेलवार,शहज़ादा खान,करम गोरख,मोह अयूब,हरमेंद्र शुक्ला,अजय साहू,लक्ष्मी जांगड़े,भरत जुर्यनी,आशा पांडेय,मनोज शर्मा,मोहन जायसवाल,गोवेर्धन श्रीवास्तव,देवेंद्र मिश्रा,आदि बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।
 
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