नई दिल्ली-नाबालिग से रेप के मामले में दोषी करार दिए गए आसाराम बापू का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन पर जमीन पर कब्जा करने, तंत्र-मंत्र से हत्या करने की कोशिश, पत्रकार को थप्पड़ मारने से लेकर दिल्ली गैंगरेप पर संवेदनहीन बयान देने और नर्स पर भद्दा कमेंट करने समेत ऐसे कई मामले हैं, जिनकी वजह से वह चर्चा में रहे हैं।रिपोर्ट के मुताबिक, 2001 के बाद आसाराम के स्कूलों में बच्चों की रहस्यमयी मौत होने लगी थी। इसके पीछे काला जादू को वजह माना जा रहा था। वहीं 2008 में बापू के आश्रम में दो बच्चों की संदिग्ध मौत हो गई थी। इस घटना में भी तंत्र-मंत्र का चक्कर बताया जा रहा था।आसाराम पर साल 2000 में करीब 10 एकड़ जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा। वहीं साल 2001 मे रतलाम में 100 करोड़ की जमीन पर कब्जा करने का आरोप है। इस जमीन की कीमत 700 करोड़ बताई गई। इस पर आसाराम के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया।
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साल 2016 में मेडिकल चेकअप के लिए आसाराम को जोधपुर से दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल लाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टेस्ट से पहले आसाराम को ब्रेकफास्ट करना था। जब नर्स उनके लिए ब्रेड और बटर लेकर आई तो आसाराम ने कहा कि ‘तुम तो एकदम मक्खन जैसी हो, ब्रेड के साथ मक्खन लाने की जरूरत ही क्या है। तुम जरूर कश्मीरी होगी, क्योंकि तुम्हारे गाल सेब जैसे हैं।’ इस कमेंट को सुनकर नर्स झेंप गई थी।
समागम के दौरान भरी पब्लिक के बीच आसाराम ने एक पत्रकार को थप्पड़ मार दिया था। इस घटना के बाद पूरे मीडिया हाउस ने जमकर बवाल किया। मध्य प्रदेश में भी उन्होंने कहा, ‘हाथी चलता है तो कुत्ते भौकते हैं, इस पर बहुत ध्यान देने की जरुरत नहीं है।’ उनके इस बयान की खूब आलोचना हुई थी।
आसाराम ने निर्भया गैंगरेप में ऐसा बयान दिया, जिसकी चारों तरफ आलोचना हुई। उन्होंने कहा था, ‘केवल 5-6 लोग ही अपराधी नहीं, बल्कि रेप का शिकार हुई लड़की भी उतनी ही दोषी है। वह अपराधियों को भाई कहकर बुला सकती थी। इससे उसकी इज्जत और जान दोनों बच सकती थी। ताली एक हाथ से बज सकती है, मुझे तो ऐसा नहीं लगता।’
आसाराम को जब प्लेन से जोधपुर से दिल्ली लाया जा रहा था, उस वक्त विमान में 70 सीटों में 35 उनके समर्थक थे। जानकारी के मुताबिक, आसाराम के कहने पर समर्थकों ने विमान में हंगामा किया, जिसकी वजह से पुलिस को प्लेन में काफी परेशानी हुई।आसाराम का यह विवादित बयान भी सुर्खियों में रहा था। उन्होंने कहा था, ‘हमने अक्सर देखा है, कानूनों का दुरुपयोग होता है। दहेज संबंधी कानून इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।’