बिलासपुर—- पहली बार ऐसा लाकडाउन देखने को मिला जिसका निर्णय शासन प्रशासन ने आम जनता की मर्जी पर छोड़ दिया। जनता ने कोरोना की गंभीरता को समझा और अभियान को चरम तक सफल बनाया। बिलासपुर में भी लाडडाउन 100 प्रतिशत सफल रहा है। चारो तरफ शांति की स्थिति बनी रही। इक्का दुक्का लोग यदि सड़क पर दिखाई दिए तो उनके चेहरे पर मास्क जरूर नजर आया। इस दौरान शहर का भ्रमण कर विधायक शैलेष पाण्डेय ने जनता को सफल प्रयोजन के लिए धन्यवाद जाहिर किया।सीजीवाडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
बिलासपुर में जनता कर्फ्यू सौ प्रतिशत सफल रहा है। सुबह सात बजे से ही सड़क पर विरानगी नजर आने लगी। दोपहर 11 बजे से करीब चार बजे के बीच शहर की सड़कें बिना घोड़ा गाड़ी और आम नागरिकों की नजर आयी। हां बीच बीच में दो एक कार फर्राटें भरती जरूर नजर आयी। लेकिन कहीं भी सड़क किनारे कोई भी वाहन खड़े नजर नहीं आए। हां पुलिस की पीसीार जरूर खड़ी या इधर उधर चक्कर मारती नजर आयी।
शहर का सबसे व्यस्त क्षेत्र कलेक्ट्रोरेट के आस पास की सड़को पर दिन भर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। खासकर सबसे व्यस्त चौक में से एक नेहरू चौक, गांधी चौक, मंगला चौक और महाराणा प्रताप चौक में इक्का दुक्का को छोड़ दें तो कोई सायकल वाला भी घंटों तक नजर नहीं आया। गोलबाजार क्षेत्र में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। हां पुलिस व्यवस्था जरूर नजर आयी। लेकिन वह भी बिना तनाव के लेकिन मुस्तैत नजर आए।वहीं मामले में स्थानीय विधायक ने बताया कि जनता कोरोना की गंभीरता को लेकर पूरी तरह से वाकिफ है। यही कारण है कि लाकडॉवन स्वस्फूर्त सफल रहा।
बताते चलें कि नेशनल हाइवे रायपुर अम्बिकापुर के बीच परिवहन करते कोई वाहन नजर नहीं आए। नेहरू चौक से मुंगेली, गोलबाजार, अम्बिकापुर और रायपुर की तरफ जाने वाली सड़कें इसान विहीन क्रिकेट मैदान की नजर आया। हर तरफ शांति..इतनी बड़ी शांति कि एक सुई भी गिरे तो उसकी आवाज को सुना जा सकता है।