CORONA संक्रमण:सरकार पर अमर अग्रवाल का आरोप-कोई प्लानिंग नहीं ,विफल हो चुकी है सरकार

Chief Editor
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बिलासपुर।प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, प्रदेश की सरकार इस संक्रमण को लेकर गंभीर नहीं है, 6 माह के पर्याप्त समय में कोई प्लाॅनिंग नहीं की गई और पूर्व रूप से सरकार विफल हो चुकी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि, कोरोना संक्रमित मरीज की टेस्ट रिपोर्ट देरी से आ रही है, जिसके कारण मरीज को यह पता नहीं चलता है कि, वह पाॅजीटिव है या निगेटिव ? इस वजह से पूरा परिवार संक्रमित हो रहा है।

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अगर किसी की टेस्ट रिपोर्ट पाॅजिटिव आती है, तो विभाग लेट से मरीज को लेने हेतु एम्बुलेंस भेजती है, जिसमें भी समय की लेट लतीफी की जा रही है। जब मरीज को कोविड हास्पिटल में ले जाया जाता है, तो वहां भी अनेक समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ रहा है, जिसमें न तो ठीक से ईलाज हो पा रहा है, न अच्छा भोजन मिल रहा है, और दवाईयों की भी व्यवस्था नहीं हो पा रही है।

मरीज को होम आईसोलोशन में रहना है, तो मरीज को डाॅक्टर्स द्वारा दवाईयों की जानकारी नही दी जा रही है, और न ही उनसे कोई सम्पर्क विभाग द्वारा किया जा रहा है। कोई मरीज यदि गंभीर समस्या से या पुरानी बीमारी से पीड़ित है, तो उसके ईलाज में विशेष ध्यान देना चाहिए तथा प्राथमिकता के आधार पर प्रदेश के बड़े अस्पतालों में बेड सुरक्षित रखना चाहिए। आज सारे कोविड अस्पतालो के बेड की कमी हो गई है, एक भी बेड खाली नहीं है। लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।

श्री अग्रवाल ने प्रदेश सरकार को इस संदर्भ में महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा है कि, सरकार इस संक्रमण को लेकर स्पष्ट नीति बनायें, जिसमें सर्वप्रथम ज्यादा से ज्यादा रेपिट टेस्ट बढ़ाए, जिसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आती है, उसे शीघ्र की अस्पताल में भर्ती कराकर अच्छे ईलाज की व्यवस्था कोविड अस्पतालों में करनी होगी। होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की सारी व्यवस्था डाक्टरों की टीम बनाकर की जानी चाहिए।

कोरोना पीड़ित मरीज अगर पहले से किसी अन्य बीमारी से पीड़ित है, तो उस मरीज के लिए बड़े अस्पतालों में बेड आरक्षित रखना चाहिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि, प्रदेश सरकार को इस संक्रमणकाल में लगातार डाक्टरों, मेडिकल स्टाॅफ, टेक्निशियनों के साथ लगातार संवाद स्थापित कर जिला प्रशासन के साथ साथ सेवानिवृत्त डाक्टरों एवं मेडिकल स्टाॅप का भी सहयोग लेना चाहिए। सरकार को गंभीरतापूर्वक इस बीमारी से प्रदेश को निजात दिलाने में कार्य करना होगा।

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