कोरोना के फिर से 50 हजार से अधिक नये मामले

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नयी दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामलों के फिर से पुरानी रफ्तार पकड़ने के बीच पिछले 24 घंटे के दौरान फिर से रिकॉर्ड 58 हजार से अधिक नये मामले सामने आये हैं और 257 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 58,886 नये मामले दर्ज किये गये जो कोरोना के इस दौर का अब तक का सर्वाधिक मामला है। इससे पहले गुरुवार को 53,476 नये मामले दर्ज किये गये जो तब तक का सर्वाधिक मामला था। इससे पहले बुधवार को 47,262 नये मामले जबकि मंगलवार को यह संख्या 40,715 सोमवार को 46,951, रविवार को 43,846, शनिवार 40,953 और शुक्रवार को 39,726 दर्ज की गई थी।

इस अवधि में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 257 दर्ज की गयी जबकि इससे पहले गुरुवार को यह आंकड़ा 251 दर्ज किया गया था। बुधवार को यह संख्या 275 पहुंच गयी थी मंगलवार को यह संख्या 199, सोमवार को 212, रविवार को 197, शनिवार को 188, शुक्रवार को 154, गुरुवार को 172, बुधवार को 188, मंगलवार को 131 दर्ज की गई थी। इस बीच देश में अब तक 5,55,04,440 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस दौरान 23,58,731 लोगों को कोरोना का टीकाकरण किया गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 58,886 नये मामले सामने आये हैं जिससे संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 18 लाख 46 हजार 652 हो गयी है। इस दाैरान 32,987 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर अब तक 1,12,64,637 मरीज कोरोनामुक्त भी हो चुके हैं। सक्रिय मामले 25,874 से बढ़ने से अब 4,21,066 हो गये हैं। इसी अवधि में 257 और मरीजों की मौत के साथ इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 1,60,949 हो गयी है।
देश में रिकवरी दर आंशिक घटकर 95.09 फीसदी और सक्रिय मामलों की दर बढ़कर 3.55 प्रतिशत हो गया है जबकि मृत्युदर अभी 1.36 फीसदी है।

महाराष्ट्र कोरोना के सक्रिय मामलों में शीर्ष पर है और राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामले 15,397 की रफ्तार से बढ़ने से इनकी संख्या बढ़कर 2,64,001 हो गयी है। राज्य में 20,444 मरीज स्वस्थ हुए, जिसे मिलाकर कोरोना को मात देने वालों की तादाद 22,83,037 पहुंच गयी है जबकि 111 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 53,795 हो गया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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