COVID-19 In Globe:जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में बढोतरी से हड़कंप मच गया है। सोशल मीडिया पर चीन की तत्वीरें झकझोरने वाली हैं। अस्पतालों में मरीजों को वीडियोज से सोशल मीडिया भरी पड़ी है।चीन को लेकर चिंता इस वजह से भी है, क्योंकि वहां कोरोना काबू नहीं आ रहा। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद वहां हालात जस के तस हैं। तमाम लॉकडाउन लगाने के बाद भी कोरोना नहीं थम रहा है। शी जिनपिंग बेबस दिख रहे हैं। हालांकि कभी वो दावा करते थे कि चीन ने कोरोना को एक तरह से कंट्रोल में कर लिया है। ये उनकी एक उपलब्धि थी। लेकिन अभी के हालात जो दिख रहे हैं वो उनकी सबसे बड़ी नाकामी के तौर पर सामने आ रहे हैं। चीन में कोरोना के मरीजों की भरमार है।Zero-Covid Policy
चीन ने कोरोना को काबू करने के लिए जीरो कोविड पॉलिसी लागू की थी। इसका उद्देश्य प्रत्येक कोरोना संक्रमित शख्स को अलग-थलग करना था। पॉलिसी ने चीन के कोविड मामलों की संख्या को कम रखने में मदद की है। लेकिन लंबे लॉकडाउन की वजह से पॉलिसी लोगों के लिए मुसीबत बन गई। चीन में लाखों लोग घरों में कैद थे। चीन में कठोर लाकडाउन सख्ती की सीमा से परे चला गया तो लोगों ने सिर उठाना शुरू कर दिया। नतीजतन सरकार को पाबंदियां वापस लेनी पड़ीं। लेकिन उसके बाद वहां हड़कंप मचा है।
चीन में प्रतिबंध ढीले होते ही संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। जीरो-कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद केसों में बढ़ोतरी हो रही है। हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के सभी बेड भरे हैं। दवाओं का टोटा हर जगह है। दवा के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। लोग हलकान हैं तो सरकार परेशान पर चीन करोना को कैसे भी काबू नहीं कर पा रहा है।चीन को लेकर दुनिया संजीदा है और उसकी मदद के लिए भी तैयार है। अमेरिका का कहना है कि वायरस से लड़ाई के लिए वो कोई भी कदम उठाने को तैयार है। चिंता जायज है क्योंकि स्लोडाउन का खतरा है। सारी दुनिया पहले से ही तबाह है। यूक्रेन वार काफी महंगा साबित हो रहा है। कोरोना आ गया तो इंडस्ट्री चौपट हो जाएगी। कई देशों की अर्थ व्यवस्था भी बैठ सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग में 24 घंटे अंतिम संस्कार हो रहे हैं। इसके लिए भी लंबी लाईनें हैं। वेटिंग चल रही है। सरकार चाहकर भी हालात को काबू नहीं कर पा रही है। जिस जीरो कविड पॉलिसी से लोग चिढ़ रहे थे वो ही उनके लिए वायरस से बचने का एक सहारा थी।
अमेरिकी साइंटिस्ट एरिक फेगल-डिंग ने चीन के चौंकाने वाले वीडियोज शेयर किए हैं। इनमें अस्पतालों, श्मशानों और मेडिकल स्टोर्स के हालात हैं। दिख रहा है कि कैसे लोग वायरस की चपेट में आकर हलकान हो रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 90 दिन में चीन की 60 फीसदी आबादी और दुनिया के 10 फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित होंगे। 10 लाख मौतों की आशंका एरिक को है।
Globally 19 दिसंबर 2022 तक 64,90,38,437 COVID-19 के कंफर्म केस सामने आए। WHO के मुताबिक कोरोना से 66,45,812 मौतें हो चुकी हैं। 12 तारीख तक 13,00,85,60,983 वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। फिलहाल कोरोना जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और अमेरिका में फभी सिर उठा रहे हैं। इन देशों से भी संक्रमित मरीज मिलने की रफ्तार तेज होने लगी है।