कोविड गाइडलाइंस को 16 अगस्त तक बढ़ाया, अब फुल वैक्सीनेट लोगों को ही मिलेगी छूट

Shri Mi
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कर्नाटक में कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने कोविड दिशानिर्देशों (Covid Guidelines) को 16 अगस्त तक बढ़ा दिया है. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को दी. बोम्मई ने कहा, ‘कोरोना संक्रमण के प्रसार को कंट्रोल करने के लिए दो अगस्त तक लगाए गए दिशानिर्देशों को अगले 15 दिनों के लिए बढ़ाया दिया गया है.मुख्यमंत्री ने कहा कि 72 फीसदी स्कूली शिक्षकों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है और अगले 15 दिनों में हम 100 फीसदी वैक्सीनेशन कर देंगे. उन्होंने कहा, ‘हमने पहले उन लोगों को छूट दी थी, जिन्हें वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी थी, लेकिन रविवार से (1 अगस्त) दोनों डोज वालों को ही कोविड दिशानिर्देशों से छूट होगी.

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उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रैंडम टेस्टिंग बढ़ाई जानी चाहिए. राज्य के कई जिलों में कोविड की स्थिति के बारे में बताते हुए बोम्मई ने कहा कि रिसोर्ट होमस्टे की बुकिंग 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के आधार पर नहीं की जानी चाहिए. कर्नाटक के नवनियुक्त मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य को कोरोना वैक्सीन की हर महीने 1 करोड़ डोज देने पर सहमति व्यक्त की है.

उन्होंने बताया कि केंद्र ने यह फैसला राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लिया है. बोम्मई ने कहा, ‘मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से राज्य को और ज्यादा वैक्सीन की सप्लाई करने के लिए कहा है. मंडाविया ने हर संभव मदद करने का वादा किया है’. मुख्यमंत्री बोम्मई ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात के बाद कहा, ‘कर्नाटक को हर महीने अभी फिलहाल 63-64 लाख वैक्सीन डोज की सप्लाई की जा रही है.’उन्होंने कहा, ‘राज्य को और अधिक डोज की जरूरत है और मैंने हर महीने 1.5 करोड़ डोज की सप्लाई करने के लिए केंद्र सरकार से कहा है.’ कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने उनसे कहा है कि (1.5 करोड़ वैक्सीन डोज) थोड़ा मुश्किल होगा, लेकिन अगस्त महीने के लिए दक्षिणी राज्य कर्नाटक को 1 करोड़ डोज की सप्लाई करने और बाद के महीनों में भी सप्लाई बढ़ाने की पूरी कोशिश करेंगे.’

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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