CPI ने हड़ताली रसोइयों का किया समर्थन

Shri Mi
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कोण्डागांव। सीपीआई जिला परिषद कोण्डागांव द्वारा 4 सितंबर से आंदोलन पर डटे आंदोलनकारी रसोइयों के बीच पहुंचकर उनकी तीनों मांगों को जायज बताते हुए, उनके आंदोलन को समर्थन करने के साथ ही आंदोलनकारी रसोइयों का शोषण करने वाली भाजपा व कांग्रेस की सरकारों से सावधान रहने की भी अपील की।सीपीआई कोण्डागांव के तिलक पाण्डे जिला सचिव व राज्य परिषद सदस्य, शैलेश शुक्ला राज्य परिषद सदस्य, बिरज नाग किसान सभा जिला अध्यक्ष सहित अन्य कम्युनिस्ट कार्ड्स 10 सितंबर को आंदोलन के 7वें दिन आंदोलनरत रसोइयों के आंदोलन स्थल पर पहुंचे, जहां रसोइयों के तीनों मुख्य मांगों रसोइयों को कलेक्टर दर पर मानदेय देने, रसोइयों को काम से निकलना बंद किए जाने व रसोइयों को नियमित करने, का समर्थन करते हुए आंदोलनकारियों को सम्बोधित किया गया।

             
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इस दौरान बिरज नाग, तिलक पांडेय, शैलेश शुक्ला ने कहा कि, दिन में 3-4 घंटे की सेवा देने के बदले माह में केवल 1500 रुपए मानदेय देना शोषण नहीं तो और क्या है? ऐसा शोषण स्वयं आम जनता को बेहतर सुविधा दिलाने हेतु जनता द्वारा चुनी गई सरकार में ही करने लगे तो फिर इसके अलावा और कुछ कहने के लिए नहीं रह जाता कि, शोषण करने वाली भाजपा व कांग्रेस सरकारों से सावधान रहें। यह भी कहा कि, विगत कई वर्षों से आंदोलनरत रसोइयों की मांगें पूरी करने के बजाए, शासन के निर्देश पर आंदोलन को कमजोर करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी गणों द्वारा मध्यान्ह भोजन शासन की महत्वपूर्ण योजना है, बताकर विद्यार्थिगणों के लिए मध्याहन भोजन गांव के अन्य व्यक्तियों से बनाने की व्यवस्था करने का फरमान जारी किया गया है, जो ठीक प्रतीत नहीं होता।

ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है क्यों कि, उक्त तरह के कर्मचारी, अधिकारीगणों के द्वारा अपनी दो महत्वपूर्ण मांगों को पूरी एकजूटता दिखाते हुए अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज किया गया। आंदोलन के 12वें दिन मांग पूरी होने के बाद आंदोलन समाप्त किया गया। कर्मचारी-अधिकारियों की मांगे पूरी हो चुकी ह,ै तो उन्हें अन्य आमजनों से क्या लेना-देना ? इसलिए रसोइयों से अपील की गई कि, एकजुटता के साथ सभी रसोइया गण अपना आंदोलन जारी रखें, सीपीआई कोण्डागांव उनके साथ है।सरकार को उनकी मांगे पूरी करनी होगी।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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