प्राचार्यों से पुलिस कप्तान ने किया संवाद…जंगी बैठक में बोले मयंक…बच्चों की सुरक्षा और निर्देशों का हो पालन…

BHASKAR MISHRA
4 Min Read

बिलासपुर—मोड ऑफ क्राइम को देखते हुए एक बार फिर बिलासपुर पुलिस ने जनजागरण अभियान चलाया। सिम्स के आडिटोरियम हाल में जिले के सभी स्कूलों के प्राचार्यों के साथ पुलिस कप्तान ने बैठक की है। मयंक श्रीवास्तव ने बच्चों को अपराधियों से बचाने जरूरी मार्गदर्शन दिया। उन्होने बताया कि बच्चे अपराधियों के साफ्ट टारगेट बन रहे हैं।बताए गए बिन्दुओं का गंभीरता से पालन किया जाए। बैठक की अध्यक्षता पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव ने की।जिले के विभिन्न स्कूलों के प्राचार्यों के साथ जीवन्त संवाद भी किया।

Join Our WhatsApp Group Join Now

               पिछले एक महीने के भीतर अपराधियों ने छोटे बच्चों को दो बार टारगेट किया। स्थानीय लोगों की जागरूकता और गंभीरता से सभी बच्चे बाल बाल बच गए। यह बातें जिले के सभी स्कूलों के प्राचार्यों के साथ सिम्स में आयोजित एक बैठक में पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव ने कही। श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 20-25 दिन पहले बहतराई गणेश पंडाल में करीब एक दर्जन से अधिक बच्चे चाकलेट खाकर गंभीर रूप में सिम्स में भर्ती हुए। स्थानीय लोगों की जागरूकता और डॉक्टरों के प्रयास से बच्चे सकुशल घर लौटे। दो दिन पहले अमेरी में ऐसा ही एक मामला सामने आया। नशे की टाफी खाकर 10 मासूब बच्चे बेहोश हो गए। शिक्षकों ने बच्चों को सिम्स में भर्ती कराया। सभी बच्चे सकुशल अपने घर लौट चुके हैं। इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि अपराधियों ने बच्चों को साफ्ट टारगेट बनाया है। मोड ऑफ क्राइम में बदलाव हुआ है…निश्चित रूप से यह गंभीर वारदात है। जरूरी है कि पुलिसिंग के साथ शिक्षक और अभिभावक भी सचेत रहें।

                     जिले के सभी स्कूलों के करीब 1500 शिक्षक सिम्स आडिटोरियम हाल में आयोजित बैठक में हिस्सा लिया। पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव ने कमोबेश सभी प्राचार्यों से जीवन्त संवाद किया। प्राचार्यों के सामने बिन्दुवार 13 अपील को पढ़ा। स्पष्ट किया कि आप लोग अभिभावकों को भी इसकी जानकारी दें। स्कूल कैम्पस की एक-एक गतिविधियों पर नजर रखें। IMG-20171006-WA0006

               पुलिस कप्तान ने कहा कि किसी भी सूरत में अन्जान व्यक्ति को स्कूल परिसर में प्रवेश ना दिया जाए। बच्चों को बताएं कि अन्जान व्यक्ति से खाद्य या अखाद्य सामाग्री ना लें। स्कूल परिसर के आसपास कोई संदिग्ध दिखाई देता है तो उसकी जानकारी तत्काल पुलिस थाना को दें। मयंक श्रीवास्तव ने सभी प्राचार्यों को जिम्मेदार अधिकारियों का मोबाइल नम्बर भी नोट कराया।

                            प्राचार्यों से पुलिस कप्तान ने बताया कि अफवाहों विश्वास ना करें। ऐसा वालों पर नजर रखे और तत्काल पुलिस को जानकारी दें। स्कूल बस  चालक समेत अन्य कर्मचारियों की सत्यापित चरित्र प्रमाण पत्र रखें। जानकारी स्थानीय थाने को भी दें। स्कूल परिसर में सीसीटीवी का उपयोग करें। थाना प्रभारी या दिए गए पुलिस अधिकारियों का नम्बर एक बोर्ड में साफ सुथरा लिखकर विजिबल स्थान पर लगाएं।

                       बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नियमों का पालन सख्ती से हो। स्कूली वाहनों में चाईल्ड हेल्थ लाइन नम्बर 1091 जरूर लिखा जाए। इसके अलावा पुलिस कन्ट्रोल रूम और स्थानीय थाना का भी सम्पर्क नम्बर भी लिखें।

                 इस दौरान मयंक श्रीवास्तव ने स्थानीय थानों के अलावा सभी प्राचार्यों को अधिकारियों का नम्बर नोट कराया। एसपी ने बताया कि  पुलिस कन्ट्रोल रूम…07752-228504, 07752225961, 9479193099,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर..9479193002,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण..9479193003 है।

                       कार्यशाला में बिलासपुर के सभी स्कूलो के लगभग 1500 प्राचार्यों के अलावा आईपीएस शलभ सिन्हा, एडिश्नल एसपी अर्चना झा, एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर, मेघा टेम्बूलकर, यातायात प्रभारी रोहित बघेल, डीएसपी मुख्यालय नवीन शंकर चौबे विशेष रूप से मौजूद थे।

close