रायपुर–तूम डाल डाल तो हम पात पात ..यह जुमला सहायक शिक्षक फेडरेशन और सरकार के बीच फिट बैठता दिखाई दे रहा है।अपनी मांगों छत्तीसगढ़ की राजनीति में ध्यानाकर्षण बनाये रखने के लिए आंदोलन पर नवचार पर नवाचार किये जा रहे है। जिस पर आस्वासन के अलावा कोई जवाब सरकार को नही सूझ रहा है।इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन की आज लगातार दूसरे दिन वर्चुअल बैठक रखी गई जिसमे निर्णय लिया गया कि सहायक शिक्षको की वेतन विसंगति की मांग को और तेज धार दी जायेगी जिसमें यह निर्णय लिया गया कि प्रथम चरण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 4 मई से प्रारंभ हो रहे प्रदेश दौरे पर सहायक शिक्षक फेडरेशन दौरे में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए “वादा निभाओ स्मरण आंदोलन” शुरू किया जायेगा इसके अलावा सोशल मीडिया को मजबूत करने के लिए आईटी सेल का गठन किया होगा।ताकि हमारी जायज मांगे आम जनता तक पहुँचे।
जानकारी देते हुए वर्चुअल बैठक का संचालन कर रहे प्रदेश महासचिव कौशल अवस्थी ने बताया कि बैठक में अब तक के फेडरेशन के कार्यो की समीक्षा की गई।वेतन विसंगति दूर कराने हेतु गहनता से चर्चा हुई है । फेडरेशन ने यह तय किया है कि ग्रीष्म कालीन अवकाश का उपयोग किया जायेगा। गर्मी में घर पर बैठे रहने से समस्याओं का हल नही निकलने वाला है। हम अब प्रदेश की सभी सभी 90 विधानसभा में “वादा निभाओ स्मरण आंदोलन” के तहत आवेदन सह ज्ञापन मुख्यमंत्री को उनके दौरे के दौरान दिया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के 90 विधायको को भी अपनी मांगों का स्मरण पत्र दिया जायेगा।
फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव मिश्रा ने बताया कि वादा निभाओ स्मरण आंदोलन” के तहत आवेदन सह ज्ञापन के लिये प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा राजनांदगांव के महाराष्ट्र बॉर्डर से बलरामपुर आने वाले है। हम सहायक शिक्षकों की एक सूत्रीय वेतन विसंगति दूर करने की मांगों को लेकर प्रतिबद्ध है यह सब अभी झांकी है हमारी मांगे अगर नहीं मानी गई तो भविष्य में हम उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर हो सकते हैं।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि संगठन का मुखिया होने के नाते लगातार वेतन विसंगति दूर कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं, जब तक वेतन विसंगति दूर नहीं हो जाती पदोन्नति भी नहीं लूँगा। अभी हम वादा निभाओ स्मरण आंदोलन की शुरुवात मुख्यमंत्री के बलरामपुर जिले के प्रथम दौरे से करने वाले है। बाकी जिलों के लिए भी कार्य योजना बना ली गई है। हमारी मांगे अभी निर्णयक मोड़ पर है। इसलिए हिम्मत नही हारना है। समय का उपयोग करना है। जो प्रथमिक स्कूल के गुरुजी अच्छे से कर सकता है।
मीडिया प्रभारी राजू टंडन ने बताया कि वर्चुवल बैठक में मुख्य रूप से शिव मिश्रा, सीडी भट्ट,बलराम यादव,सिराज बख़्स, कौशल अवस्थी,रंजीत दादा,बसंत कौशिक, राजू टंडन,चंद्रप्रकाश तिवारी,रविप्रकाश लोह सिंह, शेषनाथ पांडे,राहुल डड़सेना, सुरजीत सिंह, बिहारी लाल बरेठ,रविन्द्र राठौड़, कुमेंद्र सिंह, सुरेंद्र प्रजापति,संजय प्रधान, विजय साहू,टिकेस्वर भोय,खिलेस्वरी सांडिल्य, संकीर्तन नंद,शरण दास, तरुण बैष्णव,विश्वास भगत, विजेंद्र चौहान, विजय चौहान,हेमेंद्र चंद्रहास, शैलेन्द्र कुमार, तिरपेस चापडी, गोपाल, राकेस कुमार साहू,हेमंत चौहान, अनिल देओत, दुष्यंत सिन्हा, राजेश किशन मुख्य रूप से उपस्थित रहे।