शिव महिमा की गंगा में भक्त लगा रहे गोता..शिव पुराण का रसपान करने दूर दूर से पहुंच रहे भक्त… भाटापारा नगर को भक्तों ने बना दिया शिवधाम

BHASKAR MISHRA
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 भाटापारा— विख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के श्रीमुख से शिवपुराण कथा सुनने शिवभक्तों की जमकर भीड़  उमड़ रही है। कथा का आयोजन भाटापारा स्थित नारायणी कुंज में किया जा रहा है। 2 अगस्त मंगलवार एकादशी से प्रारम्भ कथा को लोग दूर दूर से सुनने पहुंच रहे है।
             भाटापारा स्थित नारायणी कुंज में आयोजित शिव पुराण कथा को सुनने दूर दूर से समय से पहले यानि दोपहर एक बजे से पहले लोग पहुंच रहे हैं। प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के श्रीमुख से शिव पूराण सुनकर शिवभक्त  अपने आप को धन्य महसूस कर रहे हैं।
                भगवान शिव की महिमा को  सुनने पड़ोसी जिलों समेत छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से हजारों की संख्या में भक्तगण शिव की महिमा को सुनने भाटापारा पहुंच रहे हैं। भगवान शिव की महिला और कथावाचक की वाणी से पूरा भाटापारा इस समय शिवमय हो गया है। लोग शिव की भक्ति में गोते लगा रहे हैं ।
                  उपस्थित भक्तों को कथावाचक पंडित बताते शिव महिला का अमृतपान कराते हुए शिवपुराण’के महात्म्य पर प्रकाश डाला।  शिव के कल्याणकारी स्वरूप से भक्तों को अवगत कराया। उन्होने बताया कि भगवान शिव पौराणिक देवता ही नहीं,बल्कि पंचदेवों में प्रधान है..अनादि सिद्ध परमेश्वर हैं । यही कारण है कि भगवान शिव निगमागम समेत सभी शास्त्रों में महिमामण्डित महादेव ही हैं।
               व्यास पीठ से पंडित प्रदीप ने शिव पुराण की महिला पर प्रकाश डाला।  बताया कि  देवर्षि नारद के प्रश्न और ब्रह्मा जी के उत्तर पर ही शिव महापुराण की रचना हुई है। चारों वेद और सभी पुराण, शिवमहापुराण से तुलना संभव नहीं है। प्रभू शिव की आज्ञा से विष्णु के अवतार वेदव्यास ने शिवमहापुराण को 24672 श्लोकों में संक्षिप्त किया है। शिवमहापुराण पढते समय जो ज्ञान प्राप्त होता है यदि उसे व्यवहार में लाया जाए तो जीवन धन्य हो जाए।       
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