बिलासपुर—- विधानसभा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ शोषण हो रहा है। इसे भारतीय जनता पार्टी किसी भी सूरत में बर्दास्त नही करेगी। सरकार को एक नवम्बर से किसानों का धान खरीदना ही होगा। केन्द्र सरकार की तरफ से बढ़ाई गए अतिरिक्त दर को हटाकर राज्य सरकार को किसानों को तीन साल का बकाया बोनस देना होगा। यदि मांग पूरी नही होती है तो हम उग्र आंदोलन करेंगे। पत्रकार वार्ता के बाद धरमलाल कौशिक समेत अमर अग्रवाल और अन्य दिग्गज भाजपा नेताओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी दिया।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आज भाजपा कार्यालय में धान खरीदी को लेकर पत्रकारों से बातचीत की। धरम लाल कौशिक ने बताया कि किसानो की फसल तैयार हो चुकी है। त्योहार भी सिर पर है। खर्च भी बढ़ गया है। जाहिर सी बात है कि रूपयों की जरूरत होगी। यदि सरकार ने एक नवम्बर से धान की खरीदी हुई तो किसानों की समस्या खत्म हो जाएगी। धरमलाल ने कहा कि सरकार धान खरीदने के साथ तत्काल रूपयों का भुगतान करे।
धरम लाल सवाल जवाब के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ में किसानों का शोषण किया जा रहा है। इसके लिए सीधे तौर पर किसान जिम्मेदार हैं। सरकार ने यदि 1 नवम्बर से धान की खरीदी शुरू करती है तो कोचिया से उनकी सुरक्षा भी हो जाएगी। अन्यथा किसान कर्ज का शिकार हो जाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान सरकार पर आरोप लगाया कि गिरदावरी के नाम पर किसानों का रकबा घटाया जा रहा है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार के एमएसपी दर के हिसाब से किसानों को समर्थन मूल्य का भुगतान करे। तीन साल के बढ़ी हुई राशि को घटाकर किसानों को बोनस का भुगतान करे। एक सवाल के जवाब में धरमलाल ने मुख्यमंत्री के दावा को खारिज करते हुए कहा कि ना तो किसानों की संख्या बढ़ी है और ना ही रकबा ही बढ़ा है।
धरमलाल कौशिक ने दुहराया कि सरकार ने यदि भाजपा की मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान किसान भी सड़क पर उतरेंगे। इसके लिए सीधे तौर पर भूपेश सरकार जिम्मेदार होगी। पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश भाजपा महामंत्री, जिला भाजपा अध्यक्ष, पूर्व महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय, विधायक रजनीश सिंह कोषाध्यक्ष गुलशन ऋषि भी मौजूद रहे।