बिलासपुर— शिक्षाकर्मी संघ प्रमुख संजय शर्मा के 30 अक्टूबर को होने वाले जंगी हड़ताल के एलान के बाद शिक्षाकर्मी संगठन दो गुटों में पूरी तरह से बंट गया है। पंचायत एवम नगरीय निकाय सहायक शिक्षक कल्याण संघ बनाने वाले भूपेन्द्र बनाफर ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन बनाफर गुट के नेताओं ने सरकार से पहले संजय शर्मा गुट के खिलाफ जंग का एलान कर दिया है। कमलेश्वर सिंह राजपूत ने बताया कि 26 अक्टूबर को रायपुर में 9 सूत्रीय मांग के साथ एकता मंच के बैनर तले प्रदेश के 9 संगठन एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में करेंगे।
30 अक्टूबर को संजय शर्मा गुट ने शिक्षाकर्मियों के 9 सूत्रीय मांग को लेकर कुछ दिन पहले सरकार के खिलाफ जंग का एलान किया है। बनाफर खेमा संजय शर्मा गुट के आंदोलन से पहले सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगा। बनाफर गुट के बड़े नेता कमलेश्वर सिंह राजपूत ने बताया कि 9 सूत्रीय मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में प्रदेश के 9 शिक्षाकर्मी संगठनों ने शामिल होने की सहमति दी है। धरना और आंदोलन एकता मंच के बैनर तले 26 अक्टूबर को रायपुर में किया जाएगा।
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एकता मंच के संयोजक कमलेश्वर सिह राजपूत ने बताया कि 26 अक्टूबर 2017 को बूढ़ा तालाब रायपुर में विशाल रैली निकाल निकालेंगे। सरकार पर शिक्षाकर्मियों की मांग को लेकर दबाव बनाया जाेगा। विशेष कर वर्ग तीन की वेतन विसंगति और पदोन्नति में आरक्षण नियमो का पालन करने के लिए आवाज को बुलंद किया जाएगा। धरना प्रदर्शन के माध्यम से शिक्षाकर्मी तीन का प्राम्भिक वेतन 9300-34800+4200,वर्ग दो का 9300-34800+4300 और वर्ग तीन का वेतनमान 9300-34800+4400 की मांग करेंगे। वेतन निर्धारण छत्तीसगढ़ वेतन पुनरीक्षण नियम 2009 के तहत वर्तमान मूल वेतन का 1.86 से गुणा राशि में पद का ग्रेड पे जोड़े जाने को कहा जाएगा।
कमलेश्वर ने बताया कि नियुक्ति की पहली तारीख से 10 साल में प्रथम क्रमोन्नत और 20 वर्ष में द्वितीय क्रमोन्नत वेतनमान लागू करने को कहा जाएगा। पदोन्नति में आरक्षण नियम 2003 की वरिष्ठता के आधार पर करने का सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। अप्रशिक्षित व्यख्याता पंचायत शिक्षकों को निःशुल्क बीएड प्रशिक्षण देने के अलावा वेतन में कटौती पर रोक लगाने की मांग करेंगे।
इस दौरान एकता मंच सरकार से मांग करेगा कि पंचायत और नगर निगम महिला शिक्षकों को स्कूली समय में डेढ़ घण्टे की छूट दी जाए। शिक्षकों को यात्रा भत्ता,गृह भाड़ा भत्ता समेत अन्य सभी सुविधाये दी जाये। प्रत्येक हायर सेकंडरी स्कूल में व्यायाम शिक्षक के साथ व्यख्याता शिक्षक पंचायत का पद का सृजन किया जाए।,जनगणना कार्य में शिक्षाकर्मी समेत समस्त शिक्षक पंचायत को प्रधान पाठक और प्राचार्य पद पर पदोन्नति की वरिष्ठता दी जाए। अनुकम्पा नियुक्ति में टेट और बीएड की अनिवार्यता सरकार खत्म करे। पंचायत शिक्षकों को सेवाकाल के दौरान कम से कम एक बार खुला स्थांतरण का अवसर दिया जाये ।
बनाफर गुट ने किया 9 संगठनों के समर्थन का दावा
बनाफर गुट के समर्थक और एकता मंच के संयोजक कमलेश्वर सिंह राजपूत ने बताया कि प्रदेश के 13 में से 9 संगठनों ने 26 अक्टूबर के आयोजन का समर्थन किया है। अभियान में व्याख्याता पंचायत संघ का प्रांताध्यक्ष होने के कारण उनका भी संगठन अभियान में शामिल होगा। इसके अलावा शिक्षाकर्मी महासंघ के प्रमुख राजनारायण द्विवेदी, पंचायत एवम नगर निगम सहायक शिक्षक कल्याण संघ प्रांताध्यक्ष जे पी त्रिपाठी ने आंदोलन का समर्थन किया है। शिक्षक पंचायत एम्प्लॉयज एसोशियेशन प्रमुख कृष्ण कुमार नवरंग,क्रांतिकारी शिक्षा कर्मी संघ प्रमुख लैलून भारद्वाज, वरिष्ठ शिक्षा कर्मी संघ प्रांताध्यक्ष अजय उपाध्याय, शिक्षक पंचायत नगर निगम संघ प्रांताध्यक्ष डॉ गिरीश केशकर, जनगणना शिक्षा कर्मी संघ प्रमुख रंजीत बनर्जी और विकलांग शिक्षाकर्मी संगठन प्रांताध्यक्ष प्रमोद पांडेय ने आंदोलन में शामिल होने का एलान किया है।
पंचायत एवं नगर निगम सहायक शिक्षक कल्याण संघ के नेता प्रदीप पांडये ने सीजी वाल को बताया कि 26 अक्टूबर के आंदोलन में प्रदेश के करीब पैतीस हजार से अधिक शिक्षक शामिल होंगे। प्रदेश के कई जिलों में बस और टैक्सी की बुकिंग भी हो चुकी है।