रायपुर। एक तरफ वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले शिक्षकों का आंदोलन जारी है। वही दूसरी तरफ शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर भी निगरानी शुरू कर दी गई है। इसका असर भी देखा जा रहा है। जांजगीर-चांपा जिले के एक प्राइमरी स्कूल के सभी सहायक शिक्षकों ने गुरुवार को स्कूल पहुंचकर अपना काम शुरू किया और इस बारे में विकास खंड शिक्षा अधिकारी नवागढ़ को लिखित भी भेजा है।
जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ ब्लाक अंतर्गत धाराशिव ( खोखरा) के 4 शिक्षकों ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी नवागढ़ को स्कूल में अपने कार्यभार ग्रहण करने की सूचना दी है। उनका यह आवेदन पत्र सोशल मीडिया पर भी देखा जा रहा है। जिसे 16 दिसंबर की तारीख पर संकुल समन्वयक ने रिसीव भी किया है। धाराशिव स्कूल के प्रधान पाठक और 4 शिक्षकों की ओर से दिए गए इस सूचना पत्र में बताया गया है कि धाराशिव के सभी सहायक शिक्षक एलबी 16 दिसंबर दिन गुरुवार को सुबह 10 बजे स्कूल में कार्यभार ग्रहण कर लिए हैं। शिक्षकों के इस पत्र की चर्चा इस बात को लेकर है कि एक तरफ सहायक शिक्षकों की हड़ताल चल रही है ।
दूसरी तरफ कुछ सहायक शिक्षक स्कूल भी जा रहे हैं । माना जा रहा है कि हाल के दिनों में हड़ताली शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई को लेकर जारी हुए पत्र का असर इस रूप में नजर आ रहा है । यह ख़बर पहले भी आ चुक़ी है कि डीपीआई ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति पर निगरानी रखने के लिए कहा है । साथ ही इस संबंध में नियमित रूप से जानकारी भी मंगाई जा रही है।
हालांकि सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले शिक्षकों का आंदोलन लगातार जारी है। शिक्षकों ने रायपुर के बूढ़ा तालाब में प्रदर्शन किया। इसके बाद शिक्षक विधानसभा का घेराव करने निकले और बुधवार को शिक्षकों ने जेल भरो आंदोलन चलाया। शिक्षकों के रुख़ से यह साफ नजर आ रहा है कि वे वेतन विसंगति दूर करने की अपनी मांग पर अडिग हैं और उनका आंदोलन अभी लंबा चलेगा।