मस्तूरी का डॉ.डैन..जहरीला इंजेक्शन लगाने से बच्चे की हालत नाजुक..रिपोर्ट दर्ज..छोला छाप डॉक्टर गिरफ्तार

BHASKAR MISHRA
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 बिलासपुर–मस्तूरी में एक झोला छाप डाक्टर की इलाज से एक गरीब परिवार के इकलौते बेटे की जान खतर में आ गयी है। च्चे की हालत नाजुक है। इस समय महादेव अस्पताल में इलाज चल रहा है।  बताया जा रहा है कि छोला छाप डॉक्टर ने हेतराम को इंजेक्शन लगाया। इसके बाद उसके पूरे शरीर में इंफेक्शन फैल गया है। जानकारी के अनुसार हेतराम की स्थित अभी भी नाजुक बनी हुई है। 
 
           थाना मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम वेद परसदा की सुभद्रा बाई पटेल ने अपने इकलौता बेटा हेतराम पटेल को 30 अगस्त को सामान्य सर्दी बुखार हुआ। दूसरे यानि 31 अगस्त को सुभद्रा बाई हेतराम लेकर इलाज कराने बंगाली डॉक्टर निखिल विश्वास के पास गयी। डॉक्टर द्वारा हेतराम पटेल को इंजेक्शन लगाया। और दवाइयां भी खाने को दिया। 
 
              दूसरे दिन यानि 1 सितम्बर को लगाए गए इंजेक्शन वाले स्थान पर सूजन हो गया। सूजन धीरे धीरे फोड़ा में बदल गया। इसके अलावा त्वाचा भी काली हो गयी। बेटे की गंभीर हालत देखने हुए सभद्रा  हेतराम को लेकरसरकारी अस्पताल मस्तूरी गयी। डॉक्टर ने हेतराम की गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल उच्च इलाज के लिए सिम्स रीफ़र कर दिया। 
 
                  सिम्स के डॉक्टरों ने जांच पड़ता के बाद हेतराम को तत्काल रायपुर रिफर कर किया। इस दौरान आरोपी झोला छाप डाक्टर निखिल विश्वास अस्पताल आया। हेतराम के साथ उसके परिजनों को लेकर बिलासपुर स्थित नोवल अस्पताल लेकर गया। निखिल विश्वास ने बताया कि नोबल अस्पताल का डाक्टर पहचान का है। अच्छा इलाज करेगा और हेतराम ठीक हो जाएगा। 
 
                नोबेल अस्पताल के डाक्टर ने जांच रिपोर्ट मिलने के बाद बताया कि हेतराम का खून में इंफेक्शन बहुत अधिक है।  उचित इलाज के लिए इसे बाहर ले जाना होगा। सुभद्रा बाई पटेल ने अपने बेटे हेतराम को महादेव अस्पताल में भर्ती कराा। इसके बाद मामले में लिखित शिकायत मस्तूरी थाना में दर्ज कराया।
 
                   रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मस्तूरी पुलिस ने डॉक्टर निखिल विश्वास से मेडिकल दस्तावेज पेश करने को कहा। आरोपी निखिल विश्वास के पास डिग्री नहीं पाए जाने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल कराया गया है।  भेजा गया
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