Election-अधिकारियों ने चलाकर देखी EVM और व्हीव्हीपेट मशीन,दो दिवसीय सर्टिफिकेशन कोर्स का हुआ समापन

Shri Mi
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रायपुर।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने कहा है कि निर्वाचन को निर्बाध सम्पन्न कराने के लिए जरूरी है, कि अधिकारी पहले चुनौतियों को समझे। उन्होंने आगामी लोकसभा निर्वाचन के दौरान अधिकारियों को मतदान केंद्र के चयन, मतदान दल के चयन, परिवहन, मानव संसाधन प्रबंधन से लेकर प्रौद्योगिकी के समुचित प्रयोग पर बल दिया।निर्वाचन की सफलता निर्वाचन अधिकारियों की समन्वय क्षमता पर निर्भर है। वे लोकसभा निर्वाचन-2019 के तहत सहायक रिटर्निंग अधिकारियों तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारियों के पहले समूह के सर्टिफिकेशन कोर्स के दूसरे दिन अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। रायपुर के नवीन विश्राम भवन के ऑडिटोरियम में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. एस. भारतीदासन, संयुक्त सीईओ  समीर विश्नोई, डॉ. के. आर. आर. सिंह तथा पद्मिनी भोई साहू सहित निर्वाचन कार्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।cgwall.com के whatsapp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे

प्रशिक्षण के दूसरे और अंतिम दिन छः सत्रों में ईव्हीएम तथा व्हीव्हीपेट के प्रयोग, मीडिया सर्टिफिकेशन, मीडिया मॉनिटरिंग, मतगणना, परिणामों की घोषणा, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, मतदान दलों का प्रबंधन सहित अन्य विषयों पर प्रस्तुतिकरण के साथ चर्चा हुई। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रशिक्षण उपरांत सभी सहायक रिटर्निंग अधिकारियों तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारियों की परीक्षा भी ली गई जिसमें निर्वाचन संबंधी सवाल पूछे गए थे।

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प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर पुलक भट्टाचार्य ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईव्हीएम) तथा वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (व्हीव्हीपेट) के उपयोग, उसकी कमिशनिंग, संधारण, रख-रखाव एवं मतदान के दौरान सुरक्षा को लेकर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान अधिकारियों ने ईव्हीएम और व्हीव्हीपेट मशीन को खुद संचालित करके भी देखा।

मास्टर ट्रेनर श्रीकांत वर्मा ने निर्वाचन के दौरान पेड न्यूज तथा भ्रामक समाचारों की निगरानी के संबंध में बातें रखीं। उन्होंने मीडिया की भूमिका और उनके साथ समन्वय पर भी चर्चा की। मीडिया प्रमाणन तथा निगरानी समिति (एमसीएमसी) के गठन तथा उसके दायित्वों पर प्रकाश डाला। ट्रेनर उज्जवल पोरवाल और श्री रूपेश वर्मा ने सूचना प्रौद्योगिकी के निर्वाचन प्रक्रिया में बढ़ते उपयोग तथा निर्वाचन के दौरान उपयोग में आने वाले आईटी एप्लीकेशनों की जानकारी दी। इसके तहत उन्होंने बताया कि सुविधा, सुगम, समाधान, सी-विजिल, सी-टाप्स जैसे आईटी एप्लीकेशन निर्वाचन कार्य को किस प्रकार सुगम और अधिक पारदर्शी बना रहे हैं। संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. के. आर. आर. सिंह ने मतदाता जागरूकता के लिए हर स्तर पर अभियान चलाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने गाँव से लेकर शहरों तक के लिए युवाओं के समूह तैयार कर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाने पर जोर दिया।

मतदाता जागरूकता फोरम के सहायक नोडल अधिकारी श्री प्रशांत पाण्डेय ने फोरम तथा स्वीप कार्यक्रम के लक्ष्यों एवं उद्देश्यों की जानकारी दी। ‘कोई मतदाता न छूटे‘ को केन्द्रित करते हुए विशेष रणनीति जिला स्तर पर भी बनाये जाने, भावी मतदाता, नये मतदाता और समुदाय के लिए निर्वाचक साक्षरता क्लब के गठन को बेहतर और सशक्त माध्यम बताया। सर्टिफिकेशन कोर्स में अधिकारियों को मतदान के दौरान दिव्यांगों के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए। मतदान दलों का इस हेतु संवेदीकरण एवं उन्हें समुचित प्रशिक्षण देने के निर्देश भी दिए गए।a

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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