नम्बरियों की करामात..पारिजात एक्सटेंशन में नम्बरी जमीन बैठाकर हड़प लिया करोड़ों की सरकारी जमीन..अब अवैध प्लाटिंग का खेल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- अभी तक लोगों ने जमीन उड़ना..बैठाना और खिसकाना ही सुना होगा। लेकिन पारिजात एक्सटेंशन में स्थित एक सरकारी जमीन पर 5- 6 नम्बरियों ने मिलकर एक टुकड़ा नम्बरी जमीन को सरकारी जमीन में मिला दिया है। पटवारी और आरआई से मिलकर करोड़ों की सरकारी जमीन को नम्बरी बना दिया है। ताज्जुब की बात है कि मामले में पटवारी को भी मालूम नहीं है। बहरहाल राजस्व मंत्री ने मामले में बिलासपुर पहुंचकर मामले को समझते हुए गंभीरता से लिए जाने की बात कही है।

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               बिलासपुर में जमीन चोर जो करें..सो थोड़ा…। अब तक कमोबेश यही समझा जाता रहा है कि जमीन उड़ाई जाती है..बैठायी जाती है..या खिसकायी जाती है। अब नया मामला सामने  आया है। वह यह कि जमीन को मिलाया भी जाता है। पारिजात एक्सटेंशन कालोनी में खाली सरकारी जमीन के साथ कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। राजस्व महकमें के दलालों से मिलकर 5-6 नम्बरियों ने एक टुकड़े नम्बरी जमीन को सरकारी जमीन पर बैठा दिया है। मामले में पटवारी को भी जानकारी नही है। जो निश्चित रूप से ताज्जुब की बात है।

                   बताते चलें कि  पारिजात एक्सटेंशन में एक  मकानों के बीच एक सरकारी खाली प्लाट है। हासिल दस्तावेज के अनुसार सरकारी प्लाट से लगा हुआ कुछ डिसमिल जमीन नम्बरी थी। खाली सरकारी प्लाट को 5-6 नम्बरियों ने मिलकर नम्बरी जमीन बना दिया है।  यद्यपि वर्तमान पटवारी की माने तो इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। यदि ऐसा है तो उसके कार्यकाल में ऐसा कुछ नहीं किया गया है।बड़ी बात यह है कि सरकारी को नम्बरी बनाए जाने के बाद जमीन चोरों नम्बरी जमीन को सरकारी जमीन में मिलाकर 11-22 प्लाट भी काट दिए हैं। काटे गए सभी प्लाट असामान्य आकार प्रकार के हैं। कुछ 5-6 प्लाट की बिक्री भी हो चुकी है। अब तक मुफ्त की जमीन से नम्बरियों ने करोड़ो रूपए कमा भी लिए हैं।

                           सूत्र ने बताया कि जमीन की प्लाटिंग गुपचुप तरीके से की जा रही है। प्रयास किया जा रहा है कि जमीन को किसी सरकारी एक्शन से पहले ही बेच लिया जाए। प्लाटिंग को लेकर ना तो रेरा नियमों का पालन किया जा रहा है और ना ही प्लाट काटने की किसी सरकारी संस्थान से अनुमति ही ली गयी है। प्रोजेक्ट पूरी तरह से अवैध है। टीएमसी भी नही है। सरकारी जमीन में निजी जमीन की मिलावट कर अवैध प्लाटिंग करने वाल सभी चेहरे शहर के रसूखदार परिवार से हैं।

                 करीब 15  दिन पहले मोबाइल पर सवाल के जवाब में राजस्व मंत्री ने बताया कि बिलासपुर पहुंचने के बाद मामले को समझने का प्रयास करूंगा। उचित कदम भी उठाया जाएगा। बहरहाल पारिजात एक्स्टेंशन स्थित प्लाट की बिक्री तेजी से हो रही है। बावजूद इसके ना तो निगम ही कोई कदम उठा रहा है और ना ही टीएमसी ने ही संज्ञान में लिया है। इसके चलते सरकार की करोड़ों रूपए की जमीन नम्बरियों की लालच का भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है।जानकारी देते चलें कि पारिजात एक्टेंशन की जमीन को बेचने और अवैध प्लाटिंग करने वालों में कुछ चेहरे मंगला में भी अपने अवैध मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं। बहरहाल मामला सब कुछ बहुत ही चोरी छिपे चल रहा है। 

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