गोताखोरों ने झोंकी ताकत..नहीं मिला समीर.लोगों ने बताया…बछड़े के पीछे गया..फिर घर नहीं लौटा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर (रियाज़ अशरफी)। 5 साल के समीर को गायब हुए 30 घण्टे से भी अधिक का समय गुजर चुका है। लेकिन उसकी तलाश पूरी नही हुई है ।गोताखोरों की रेस्क्यू टीम के साथ ही पुलिस जवान भी पत्थर खदान के गहरे पानी मे घण्टो खोज रहे हैं। लेकिन समीर का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। इधर घर वालो का रो-रोकर बुरा हाल है। अब रविवार को फिर से रेस्क्यू टीम खोजने में लगेगी।
                       जानकारी देते चलें कि ग्राम नारगोड़ा निवास परमेश्वर यादव गांव में मवेशी चराने का काम करता है। 5 साल  का बेटा समीर यादव शुक्रवार की शाम 5 बजे अपनी मां और दादी के साथ आंगन में खेल रहा था। मां और दादी जब घर के काम मे व्यस्त थी । इसी दौरान समीर बछड़ा के पीछे-पीछे खेलते हुए बाहर निकल गया। घर के बाजू में ही एक बड़ा पत्थर खदान हैं । जिसकी गहराई 20 फीट से अधिक है। बारिश की वजह से खदान में लबालब पानी भरा हुआ है। 
          कुछ लोगो ने बताया कि समीर को खदान की तरफ जाते देखा है। इसके बाद वह कहां गया इसकी जानकारी नहीं है। परिजनों ने घर के आसपास रातभर खोजबीन की। लेकिन समीर कहीं नही मिला। दूसरे दिन शनिवार की सुबह घर वालो ने सीपत थाना प्रभारी हरीश टांडेकर को बताया। जानकारी के बाद टीआई दलबल के साथ मौके पर पहुंचे।
         खबर के बाद रेस्क्यू टीम भी पहुंच गयी। करीब सात घण्टे तक एसडीआरएफ की टीम ने मोटरबोर्ड और गोताखोरों के माध्यम से पत्थर खदान के गहरे पानी मे समीर को तलाशा। लेकिन अभी तक समीर की जानकारी किसी को नहीं है। परिजनों की माने तो समीर पत्थर खदान में ही डूबा है।
परमेश्वर का इकलौता बेटा
           परमेश्वर का परिवार पहले नारगोड़ा की बस्ती में रहता था। परिवार बड़ा होने के कारण भाइयों से अलग होकर ठरकपुर रोड में पत्थर खदान के पास मकान बनाकर एक साल पहले ही रहने आया। समीर, परमेश्वर की इकलौती संतान है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि यदि गांव का घर नहीं छोड़ते तो समीर हमारे बीच रहता।
समीर के नहर में बहने की भी आशंका*
परमेश्वर यादव के घर के पास ही खारंग जलाशय से निकली नारगोड़ा नहर शाखा है। नहर में किसानी के लिे पानी छोड़ा गया है। पुलिस का कहना है कि इस बात इंकार नहीं किया जा सकता कि समीर नहर में भी बह सकता है।  क्योंकि समीर अपने पिता के साथ  गाय बैल चराने नहर की तरफ भी जाता था।
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