किसान आत्महत्याःअमर ने कहा..माफियों का राजस्व विभाग पर कब्जा..छोटू ने खोल दिया किसान हितैषी सरकार की पोल..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-तखतपुर स्थित ग्राम राजा कापा में पटवारी की प्रताड़ना से तंग आकर कृषक छोटू राम केवट ने आत्महत्या कर व्यस्था की पोल को उजागर किया है। यह बातें प्रेस नोट जारी कर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री  अमर अग्रवाल ने कही है। 
 
       राजाकापा स्थित राजाकापा में किसान त्महत्या मामले में दुख जाहिर करते हुए पूर्व मंत्री अमर ने कहा कि छोटू राम ने जान की बाजी लगाकार व्यवस्था की पोल खोला है। घटना से किसान हितैषी पाखंडी सरकार का सच सामने आ गया है। 
 
        अमर ने कहा कि राजस्व विभाग में  संगठित गिरोह की तरह माफिया का काम कर रहा है। किसान हितैषी सरकार और किसान पुत्र मुख्यमंत्री के राज्य में ऋण पुस्तिका बनाने के लिए किसान को आत्महत्या करनी पड़ रही है। किसान पुत्र मुख्यमंत्री के पिछले 11 महीनों के शासनकाल में डेढ़ सौ से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैंं।  कांग्रेस सरकार बनने के बाद 450 से ज्यादा किसान गरीबी बेकारी और तंगहाली से मौत को गले लगा चुके है।
 
             अनेक मामलों में सरकारी एजेंसियां मृतक किसान को मानने से इंकार करती है।आत्महत्या के विषय को अलग प्रसंग या अन्य मामला बताकर  लल्ला झाड़ लिया जाता है। मृतक परिवारों को मुआवजा भी नही दिया जाता। मनरेगा में सबसे ज्यादा  काम देने का  सरकार का दावा फर्जी है। गरीब, किसान ,मजदूर दो वक्त की रोटी के लिए अपनी जान का गवाने को मजबूर हो गए है।
 
          अमर ने कहा कि किसान छोटू राम भाई की आत्महत्या के लिए सरकार सीधे जिम्मेदार है। राजस्व विभाग में  रिश्वत की महामारी का उपचार जरूरी है। ताकि आम आदमी और अन्नदाता भयंकर जंजाल से बच सके।
 
                                           अमर ने किसान आत्महत्या से जुड़े सभी पहलुओं पर जांच की मांग की है। दोषियों को किसी हाल में न बख्शा जाने की बात कही है।अपने ट्विटर हैंडल पर राज्य सरकार के विरुद्ध कटाक्ष करते हुए अग्रवाल ने मृतक किसान भाई की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होने लिखा है कि किसान मुख्यमंत्री के राज में पटवारी से तंग आकर एक और किसान ने आत्महत्या की है। निश्चित रूप बेहद शर्मनाक है।
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