फेडरेशन ने दिया शासन को वाकओव्हर..टीचर्स संघ प्रमुख संजय शर्मा ने कहा.भविष्य में कभी नहीं होगा ऐसा प्रदर्शन..30 को करेंगे रायपुर में बड़ा आंदोलन

BHASKAR MISHRA
5 Min Read
बिलासपुर— दो सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के यथासमय का बयान कर्मचारियों के साथ छल जैसा है। फेडरेशन को सलाह है कि अनिश्चितकालीन हड़ताल करें। क्योंकि भविष्य में ऐसा आंदोलन फिर कभी नहीं खड़ा होगा। और ना ही अनिश्चितकालीन हड़ताल फेडरेशन करेगा।
                छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि 30 जुलाई को प्रदेश के सभी शिक्षक रायपुर में विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे। शर्मा  ने बताया कि पांच दिवसीय हड़ताल का समापन कर फेडरेशन ने डीए और एचआरए पर शासन को वाकओहर दिया है। सवाल उठता है कि जब सभी कर्मचारी निर्णायक हड़ताल कर रहे थे। ऐसे में फेडरेशन ने हड़ताल वापस क्यो लिया?
अब कभी नहीं होगा ऐसा हड़ताल
          डीए और एचआरए के लिए स्वतंत्र अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के यथासमय वाले बयान के बाद कर्मचारियों में आक्रोश है। अन्य विभाग के कर्मचारियो ने फोन कर टीचर्स एसोसिएशन के  अनिश्चितकालीन हड़ताल को  उचित बताया है। फेडरेशन को भी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की सलाह देता हूं। लेकिन नेतृत्व ने अपने पूर्व के फैसले की वर्तमान स्थिति में समीक्षा नही करते हुए हड़ताल वापस लिया है। भविष्य में ऐसा आंदोलन खड़ा नही होगा और न ही फेडरेशन कभी अनिश्चितकालीन हड़ताल करेगा।
हड़ताल वापसी पर संजय का सवाल
             शर्मा ने बताया कि फेडरेशन ने 2 सूत्रीय मांग डीए और एचआरए को जब से अनियमित कर्मचारियो के नियमितीकरण और रसोईया संघ के मांग से जोड़ा ..तभी से डीए और एचआरए के संघर्ष से फेडरेशन हट गया। दो समूह की संख्या से हर जिले में रैली कर सुर्खियों की चाहत ने 5 लाख संघर्षरत कर्मचारियो की मांग पर पानी फेर दिया। यह लड़ाई DA व HRA की थी। जिन 2 वर्ग के मांग को लिया गया है उन्हें DAऔर  HRA मिलता ही नही है। यदि  कोई अतिरिक्त मांगपत्र देना ही था तो फेडरेशन कार्यकारिणी सम्बद्ध 83 हजार सहायक शिक्षक के वेतन विसंगति दूर करने का मांग किया जाना था।
                      संजय शर्मा के अनुसार अन्य अवसर पर अनियमित कर्मचारी और रसोइया की मांग पर ज्ञापन या संघर्ष किया जा सकता था। फेडरेशन के 25 से 29 जुलाई के हड़ताल केवल 5 लाख कर्मचारियो के 2 मुद्दे डीए और एचआरए के लिए ही था। हमने फेडरेशन के सभी जिला संयोजक से भी पूछा कि कर्मचारी  और शिक्षको के पूर्ण सहयोग से चल रहे हड़ताल के विषय पर अन्य 2 मांगपत्र और हड़ताल समाप्ति का निर्णय क्या उचित है,?
विश्वास को लगा गहरा धक्का
          फेडरेशन ने अंत मे उक्त 2 मांग के साथ मैदान भी छोड़ दिया। इससे शासन के पास मांग भी कमजोर हो गया है। दरअसल 2 मांग पर निश्चितकालीन हड़ताल उनके प्रतिस्पर्धा में नही बल्कि पूरक ही था। फेडरेशन के हड़ताल छोड़ने से कर्मचारियो की मांग को धक्का लगा है।
फेडरेशन ने दिया वाक ओव्हर
              छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, शालेय शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे, नवीन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास राजपुत ने बताया कि हमने अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए फेडरेशन से अपील किया था। हम अब भी चाहते है कि समस्त विभाग के कर्मचारी अपनी 2 सूत्रीय मांग DA और  HRA के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होकर मांग को मजबूती प्रदान करें। लेकिन फेडरेशन ने हड़ताल समाप्त कर DA व HRA के मुद्दे पर शासन को वाकओहर दिया है। 15 अगस्त के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की बात शासन को महंगाई भत्ता घोषित करने के लिए समय देना है।
बड़ा आंदोलन का एलान
                    30 जून को 2 सूत्रीय मांग को लेकर बूढ़ातालाब रायपुर में शिक्षक व कर्मचारियो के साथ  बड़ा आंदोलन और जंगी प्रदर्शन करेंगे। हमने शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी संघ को डीए और एचआरए के संघर्ष में निष्पक्ष बैनर – सामूहिक नेतृत्व में साथ आने अपील किया है।

Join Our WhatsApp Group Join Now
close