रायपुर। कोरोना उल्लंघन मामले में एफआईआर दर्ज होने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि अगर उनके खिलाफ डोर टू डोर कैंपेनिंग के मामले में FIR किया गया है तो अमरोहा में मंत्री के खिलाफ क्यों नहीं किया गया। श्री बघेल ने बताया कि उनके साथ कांग्रेस प्रत्याशी थी। इसके अलावा उनके सुरक्षाकर्मी और कुछ पत्रकार साथी भी थे। मेरे पर ही FIR क्यों? लोग आ रहे हैं ,मिल रहे हैं तो कैसे करेंगे? आखिर चुनाव प्रचार कैसे होगा और अगर ऐसा हुआ है तो चुनाव आयोग को आकर फिजिकली बताना चाहिए कि इस तरह से होगा चुनाव प्रचार करके ,बता दें हम लोग ऐसे ही करेंगे और अगर मुझ पर की गई तो फिर अमरोहा में क्यों नहीं किया गया।
मंत्री डोर टू डोर 5 दिन से कर रहे हैं उनके खिलाफ कुछ भी नहीं किया गया। निर्वाचन आयोग को अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए.अभी शुरुआत में जब निष्पक्षता नहीं दिख रही है तो अंत में क्या उम्मीद करेंगे। मुझ पर कार्रवाई हुई अच्छा किया लेकिन भाजपा के लोगों पर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई वह तो 5 दिन से कर रहे हैं मैं तो कल गया। इससे पहले देर रात मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट कर भी तंज कसा था कि राजनाथ सिंह के बेटे के खिलाफ प्रचार करें तो इतना तो होगा ही।दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री नोएडा में कांग्रेस प्रत्याशी पंखुड़ी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। डोर टू डोर कैंपेन इन कर पंखुड़ी पाठक के पक्ष में उन्होंने वोट मांगा।